''मेरा सपना, तेलंगाना में बने कांग्रेस की सरकार'', CWC की बैठक के बाद सोनिया गांधी का कार्यकर्ताओं को संदेश
punjabkesari.in Sunday, Sep 17, 2023 - 07:38 PM (IST)

नेशनल डेस्कः कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को कहा कि उनका सपना है कि तेलंगाना में उनकी पार्टी की सरकार बने जो समाज के सभी वर्गों के लिए काम करेगी। उन्होंने हैदराबाद के निकट तुक्कूगुडा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह भी कहा, ‘‘हम छह गारंटी की घोषणा कर रहे हैं और हम हर गारंटी को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।'' उन्होंने ‘महालक्ष्मी' योजना की ‘गारंटी' की घोषणा की जिसके तहत कांग्रेस की सरकार बनने के बाद तेलंगाना की महिलाओं को ढाई-ढाई हजार रुपये प्रतिमाह की वित्तीय मदद दी जाएगी।
सोनिया गांधी ने 500 रुपये में गैस सिलेंडर और राज्य परिवहन निगम की बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की भी घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा सपना है कि तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बने जो सभी वर्गों के लिए काम करेगी।'' सोनिया गांधी ने जनता से कांग्रेस के पक्ष में वोट करने की अपील की।
खरगे ने पार्टी में एकजुटता पर दिया जोर
इससे पहले कांग्रेस ने अपनी कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की दो दिवसीय बैठक के बाद रविवार को पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में खुद को निर्णायक जनादेश मिलने की उम्मीद जताई और कहा कि वह आगे की लड़ाई के लिए कमर कस चुकी है। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने विस्तारित कार्य समिति की बैठक में पार्टी नेताओं को दो टूक नसीहत दी कि वे अनुशासित और एकजुट रहें तथा अपने व्यक्तिगत मतभेदों को दूर रखकर कांग्रेस की सफलता को प्राथमिकता दें तथा ऐसा कुछ नहीं करें, जिससे पार्टी को नुकसान हो।
बैठक को संबोधित करते हुए खरगे ने कांग्रेस नेताओं से आगामी चुनावों के लिए तैयार रहने की अपील की और कहा कि देश में बदलाव के संकेत हैं तथा कर्नाटक एवं हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के नतीजे इस बात का प्रमाण हैं। खरगे ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव' के मुद्दे को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उसने अपने एजेंडे को पूरा करने के लिए इस विषय पर समिति बनाई, जिसकी अध्यक्षता पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंप दी। उन्होंने विस्तारित कार्य समिति की बैठक में कहा, ‘‘यह आराम से बैठने का समय नहीं है। दिन-रात मेहनत करनी होगी। हम सभी के जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, पर हमें हमेशा अनुशासन में ही रहना चाहिए।''
अनुशासन के बगैर कोई नेता नहीं बनता
कांग्रेस अध्यक्ष ने पार्टी नेताओं का आह्वान किया, ‘‘यह ध्यान रखें कि हम अहं या अपनी वाहवाही के लिए ऐसा कुछ न करें, जिससे पार्टी का नुकसान हो। अनुशासन के बगैर कोई नेता नहीं बनता। हम खुद अनुशासन में रहेंगे, तभी लोग हमारा अनुकरण करेंगे, हमारी बात मानेंगे।'' उन्होंने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के हैदराबाद में ही 1953 में दिए उस वक्तव्य का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने अनुशासन की भावना पर जोर दिया था।
कार्य समिति की बैठक में तेलंगाना को लेकर भी चर्चा की गई। कांग्रेस कार्य समिति ने भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की प्रदेश सरकार पर तेलंगाना के साथ धोखा करने का आरोप लगाया और कहा कि ‘स्वर्णिम तेलंगाना' का वादा टूट गया है। कांग्रेस ने यह दावा भी किया कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर और उनका परिवार प्रदेश पर ‘निजामों' की तरह शासन कर रहा है।
CWC की बैठक में पास हुए कई प्रस्ताव
हैदराबाद के एक पंच सितारा होटल में शनिवार को सीडब्ल्यूसी की कई घंटे तक हुई बैठक के बाद 14 सूत्री प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की स्थिति, किसानों की समस्याओं, चीन के साथ सीमा विवाद, अडाणी समूह से जुड़े मामले तथा कई अन्य मुद्दों का उल्लेख किया गया। इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने मणिपुर हिंसा, हरियाणा और कुछ अन्य राज्यों में सांप्रदायिक तनाव की हालिया घटनाओं का जिक्र करते हुए आरोप लगाया था कि देश गंभीर आंतरिक चुनौतियों से घिरा हुआ है और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) आग में घी डालने का काम कर रही है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कार्य समिति की बैठक में शनिवार को वैचारिक स्पष्टता पर जोर देते हुए कहा कि पार्टी नेताओं को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के असल मुद्दों से ‘ध्यान भटकाने' वाले जाल में न फंसकर जनता से जुड़े विषयों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। कांग्रेस ने 20 अगस्त को अपनी कार्य समिति का पुनर्गठन किया था, जिसमें पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गांधी समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं। कार्य समिति में 39 सदस्य, 32 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 13 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं। इस कार्य समिति में सचिन पायलट और शशि थरूर जैसे नेताओं को पहली बार जगह मिली है।