AC ट्रेनों में बदली जाएंगी मुंबई की लोकल ट्रेनें! रेल मंत्रालय ने जारी किया निर्देश

punjabkesari.in Tuesday, Nov 26, 2024 - 11:09 AM (IST)

नेशनल डेस्क. मुंबई की लोकल ट्रेनों को पूरी तरह से एसी फ्लिट (एयर कंडीशन्ड फ्लीट) में बदलने की महत्वाकांक्षी योजना एक बार फिर चर्चा में है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) और महायुति को राजनीतिक समर्थन मिलने के बाद यह परियोजना फिर से गति पकड़ सकती है, जो अगस्त 2022 से राजनीतिक विरोध के कारण ठप पड़ी थी।

पहले राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने मुंबई की लोकल ट्रेनों में एसी सेवाओं को पूरी तरह से हटाने की मांग की थी। उनका कहना था कि एसी लोकल ट्रेनों का सामान्य कामकाजी वर्ग के लिए उपयोग करना कठिन था। इसके बाद केंद्रीय रेलवे ने 10 नई एसी लोकल ट्रेनों की सेवाएं बंद कर दी थीं और इस परियोजना को अस्थायी रूप से रोक दिया था। हालांकि अब भाजपा के बढ़ते राजनीतिक समर्थन के कारण इस योजना को फिर से सक्रिय करने का संकेत मिल रहा है। एक भाजपा नेता ने कहा- "राजनीतिक समर्थन से इस परियोजना को नई ताकत मिली है और अब इसे तेज़ी से आगे बढ़ाया जाएगा।

मुंबई लोकल ट्रेनों के विकास में नई दिशा

रेल मंत्रालय ने 19 मई 2023 को मुंबई रेलवे विकास निगम (MRVC) को एक आदेश जारी किया, जिसमें मुंबई की लोकल ट्रेनों को 'वंदे मेट्रो' ट्रेन में अपग्रेड करने की बात कही गई थी। इस परियोजना के तहत 238 वंदे मेट्रो ट्रेनों को मुंबई अर्बन ट्रांसपोर्ट प्रोजेक्ट (MUTP) 3 और 3A के तहत खरीदी जानी हैं, जिसके लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर फंड उपलब्ध कराएंगी।

मंत्रालय ने यह भी निर्देश दिया कि इन ट्रेनों का निर्माण 'मेक इन इंडिया' के तहत किया जाए और इसके लिए टेंडर भी जारी किए गए थे। हालांकि, जुलाई 2023 में यह टेंडर अचानक रद्द कर दिए गए थे और इसका कारण अभी तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाया है। रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने बताया कि यह मामला राजनीतिक स्तर पर अटका हुआ था, लेकिन जल्दी ही इसका समाधान कर लिया जाएगा।

मुंबईकरों की राय

मुंबई के लोग लंबे समय से लोकल ट्रेनों में एसी सेवाओं की मांग कर रहे हैं। डोम्बिवली के एक यात्री राजेश्वर मेहंदले का मानना है कि एसी लोकल ट्रेनों का मुद्दा सिर्फ आराम का नहीं, बल्कि सुरक्षा का भी है। बंद दरवाजों के साथ ट्रैक पर गिरने की घटनाओं में काफी कमी आ सकती है।"

एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने कहा- "अगर मुंबईकरों को बेहतर गुणवत्ता वाली ट्रेन चाहिए, तो उन्हें इसके लिए कीमत चुकानी होगी। पिछले दस सालों में किराए में कोई वृद्धि नहीं हुई है और लोकल ट्रेन का सफर आज भी सबसे सस्ता और तेज़ है।"


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Content Editor

Parminder Kaur

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