जिसे देखने को तरसते थे लाखों फैंस, उसकी लाश तीन दिन तक कमरे में सड़ती रही...70 फिल्मों की स्टार थी ये हीरोइन
punjabkesari.in Saturday, Jul 19, 2025 - 07:20 AM (IST)

नेशनल डेस्क: एक दौर था जब उनकी मुस्कान पर सिनेमाघरों में तालियां गूंजती थीं, उनकी आंखों की गहराई में लोग खो जाते थे और उनकी अदाकारी की मिसाल दी जाती थी। लेकिन वही चमकता चेहरा एक दिन अपने ही घर में तीन दिन तक बेआवाज़ पड़ा रहा… और किसी को खबर तक नहीं हुई। हम बात कर रहे हैं नलिनी जयवंत की। बॉलीवुड की एक ऐसी अभिनेत्री जिन्होंने 70 से ज्यादा फिल्मों में काम कर सिनेमा को एक नई दिशा दी, मगर जिंदगी के अंतिम मोड़ पर तन्हाई और गुमनामी ने उन्हें पूरी तरह लील लिया।
एक चमकदार सफर की शुरुआत
18 फरवरी 1926, मुंबई के एक आम परिवार में जन्मीं नलिनी बचपन से ही कला के प्रति आकर्षित थीं। उन्हें डांस बेहद पसंद था, और शायद यही शौक उन्हें सिल्वर स्क्रीन की ओर खींच लाया। मात्र 14 साल की उम्र में उन्होंने फिल्म 'बहन' से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की और इसके बाद पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा। उनकी खूबसूरती उस दौर की बाकी अभिनेत्रियों से अलग थी — गहरी आंखें, नुकीली नाक और एक अलग-सी मासूमियत। चाहे 'काला पानी' हो या 'मुनीमजी', 'नास्तिक' हो या 'मिलन', उन्होंने हर किरदार में जान डाल दी। देवानंद, दिलीप कुमार और भारत भूषण जैसे दिग्गजों के साथ उन्होंने स्क्रीन शेयर की और दर्शकों के दिलों में अपनी खास जगह बना ली।
पारिवारिक रिश्ता और निजी जिंदगी
बहुत कम लोगों को पता है कि नलिनी जयवंत का काजोल से पारिवारिक रिश्ता भी था। काजोल की नानी शोभना समर्थ, नलिनी की चचेरी बहन थीं। बावजूद इसके, नलिनी का निजी जीवन किसी से बहुत दूर होता चला गया। उन्होंने दो शादियां कीं, पहली शादी असफल रही, और दूसरी शादी अभिनेता प्रमील कुमार से हुई, जो खुद भी इंडस्ट्री में सक्रिय थे। लेकिन शादी के बाद भी उनका जीवन वैवाहिक सुख से दूर रहा।
अंत जो किसी को नहीं भाया
22 दिसंबर 2010, जब मुंबई के चेंबूर स्थित यूनियन पार्क में अचानक पुलिस गाड़ियों का शोर हुआ, तो किसी को अंदाज़ा नहीं था कि वहां एक दिग्गज अदाकारा की मौत का राज छुपा है। पुलिस ने नलिनी जयवंत के बंगले का दरवाजा तोड़ा और अंदर जाकर देखा तो वे तीन दिन पहले ही दम तोड़ चुकी थीं। कमरे में बस सन्नाटा था--- और एक लाश जो अंतिम विदाई का इंतज़ार कर रही थी।
उनके आसपास कोई अपना नहीं था, न रिश्तेदार, न दोस्त। कुछ नौकरों के सहारे वो बंगले में रहती थीं, मगर लोगों से मेलजोल बिल्कुल खत्म कर चुकी थीं। ये अंत एक ऐसी शख्सियत का था, जिसने कभी पूरी इंडस्ट्री पर राज किया।