कैलाश पर्वत पर दिखी भगवान शिव की परछाई, सच आया सामने

punjabkesari.in Monday, May 09, 2016 - 06:28 PM (IST)

नई दिल्ली: पिछले कई दिनों से कैलाश पर्वत पर भगवान शिव की परछाई की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं हैं। इन फोटोज को फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सएप पर कई बार शेयर किया जा चुका है। भगवान शिव की परछाई की कुछ तस्वीरें 2015 में एक यूट्यूब यूजर ने अपलोड की थी। ये तस्वीर गूगल अर्थ से ली गई है जिसे ऊंचाई से देखने पर कैलाश पर्वत पर भगवान शिव की परछाई देखी जाती है।  इन फोटोज को में कैलाश पर्वत पर दिखने वाली परछाई को अलग-अलग एंगल से दिखाया गया है, जिसमें भगवान शिव के चेहरे की आकृति बनती दिख रही है।
 
तिब्बतियों की मान्यता है कि वहां के एक संत कवि ने वर्षों गुफा में रहकर तपस्या की थीं। तिब्बति बोनपाओं अनुसार कैलाश में जो नौमंजिला स्वस्तिक देखते हैं व डेमचौक और दोरजे फांगमो का निवास है। बौद्ध भगवान बुद्ध तथा मणिपद्मा का निवास मानते हैं। कैलाश पर स्थित बुद्ध भगवान के अलौकिक रूप डेमचौक बौद्ध धर्मावलंबियों के लिए पूजनीय है। वह बुद्ध के इस रूप को धर्मपाल की संज्ञा भी देते हैं। बौद्ध धर्मावलंबियों का मानना है कि इस स्थान पर आकर उन्हें निर्वाण की प्राप्ति होती है।
 
हिन्दू धर्म के अनुयायियों की मान्यता है कि कैलाश पर्वत मेरू पर्वत है जो ब्राह्मंड की धूरी है और यह भगवान शंकर का प्रमुख निवास स्थान है। यहां देवी सती के शरीर का दांया हाथ गिरा था। इसलिए यहां एक पाषाण शिला को उसका रूप मानकर पूजा जाता है। यहां शक्तिपीठ है।भगवान शिव की परछाई की कुछ तस्वीरों को यूट्यूब पर 11 हजार से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है, वहीं फेसबुक पर 2 हजार से ज्यादा बार लोग शेयर और लाइक कर चुके हैं।
 

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