क्या ''संचार साथी'' एप से डाटा हो सकता है लीक? केंद्रीय मंत्री सिंधिया का बयान आया सामने

punjabkesari.in Tuesday, Dec 02, 2025 - 02:29 PM (IST)

नेशनल डेस्क : केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हाल ही में Sanchar Saathi ऐप को लेकर फैल रही गलतफहमियों को स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि यह ऐप किसी भी तरह की जासूसी नहीं करता और न ही उपयोगकर्ताओं की कॉल्स मॉनिटर करता है।

सिंधिया ने बताया कि ऐप पूरी तरह वॉलंटरी है। उन्होंने कहा, “अगर आप एक्टिवेट करना चाहते हैं तो कीजिए, नहीं चाहते तो बिल्कुल न करें। फोन में रखना है तो रखिए, नहीं रखना है तो डिलीट कर दीजिए। यह कोई मैंडेटरी ऐप नहीं है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐप का उद्देश्य सिर्फ लोगों को डिजिटल धोखाधड़ी से बचाना है। सरकार की कोशिश है कि यह ऐप अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचे ताकि वे सुरक्षित रहें और फ्रॉड का शिकार न हों।

Sanchar Saathi ऐप पर विवाद क्यों?
हाल ही में टेलिकॉम विभाग (DoT) ने मोबाइल कंपनियों को निर्देश दिया कि नए हैंडसेट में Sanchar Saathi ऐप प्री-इंस्टॉल किया जाए। सरकार का कहना है कि ऐप फोन सेटअप के समय दिखना, चलना और यूजर के लिए पूरी तरह एक्सेसिबल होना चाहिए। इसका उद्देश्य टेलिकॉम फ्रॉड रोकना और मोबाइल की असलियत पहचानने में मदद करना है।

ऐप के जरिए यूजर्स क्या कर सकते हैं

मोबाइल की IMEI नंबर का रियलिटी चेक

फर्जी या संदिग्ध नंबर की शिकायत

खोया/चोरी हुआ फोन ब्लॉक करना

अपने नाम पर चल रहे सभी मोबाइल कनेक्शनों की जानकारी

बैंकों और वित्तीय संस्थानों के विश्वसनीय नंबर देखना

सरकार का दावा है कि यह ऐप डुप्लीकेट IMEI, चोरी हुए फोन की रीसेल और साइबर फ्रॉड को काफी हद तक रोक सकता है।

विवाद क्यों बढ़ा?
दिल्ली से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने ऐप को लेकर सरकार पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह एक स्नूपिंग ऐप है और लोग अपनी प्राइवेसी के हकदार हैं। प्रियंका ने कहा, “साइबर सुरक्षा जरूरी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हर नागरिक के फोन में नजर रखी जाए। सुरक्षा और निजी आजादी के बीच एक बहुत बारीक लाइन होती है और सरकार इसे पार कर रही है।”

BJP का रुख – देश की सुरक्षा के लिए जरूरी
वहीं, BJP सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने ऐप का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि यह एक आवश्यक कदम है। त्रिपाठी ने बताया, “मैं IIT से हूं, मुझे साइबर अटैक्स की गंभीरता पता है। यह ऐप लोगों की सुरक्षा बढ़ाएगा और डेटा बाहर नहीं जाएगा। जो भी जांच हुई है, वह प्राइवेसी को ध्यान में रखकर की गई है।”


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Content Editor

Shubham Anand

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