श्रावण के अधिकमास में 12 ज्योतिर्लिंगों पर रामकथा कहेंगे मोरारी बापू...बाबा केदारनाथ धाम से हुई शुरुआत

punjabkesari.in Monday, Jul 24, 2023 - 03:48 PM (IST)

नेशनल डेस्क: श्रावण के अधिकमास में रामकथा वाचक मोरारी बापू श्रोताओं और शिष्यों पर रामकथा की अमृतवर्षा करने जा रहे हैं। मोरारी बापू इन दिनों देश के द्वादश ज्योतिर्लिंगों पर रामकथा कर रहे हैं। आमतौर पर बापू नौ दिन रामकथा करते हैं, लेकिन यह कथा यात्रा द्वादश ज्योतिर्लिंगों पर होगी और इसे पूरा होने में लगभग 18 दिन लगेंगे। इस कथा की शुरूआत केदारनाथ उत्तराखंड से हो चुकी है। द्वादश ज्योतिर्लिंग, तीन धाम और तिरुपति बालाजी की यह यात्रा लगभग 18 दिन में पूरी होगी। इसी यात्रा के दौरान रामकथा प्रवक्ता मोरारी बापू बाबा महाकाल को श्री राम की महिमा सुनाने 5 अगस्त को उज्जैन भी पहुंचेंगे। मोरारी बापू की यात्रा 8 अगस्त को गुजरात के तलगाजार्डा में पूरी हो जाएगी।

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चलाईं जा रहीं विशेष ट्रेनें

इस कथा के लिए विशेष रूप से दो ट्रेनें कैलाश एक्सप्रेस व चित्रकूट एक्सप्रेस तैयार की गई हैं जिन्हें द्वादश ज्योतिर्लिंग, तीन धाम, तिरुपति बालाजी और बापू के पैतृक गांव के चित्रों से विशेष रूप से सजाया गया है, जोकि 1008 श्रोताओं को साथ लेकर देश का आध्यात्मिक पर्यटन करवा रही है। यात्रा देश के 8 राज्यों में करीब 12 हजार किमी का सफर तय करेगी। श्रोता यात्रियों को द्वादश ज्योतिर्लिंग के दर्शनों के अलावा तीन धाम जगन्नाथपुरी, रामेश्वर (जो ज्योतिर्लिंग भी है) और द्वारका के दर्शन का मौका मिलेगा। द्वादश ज्योतिर्लिंग पर यह कथा प्रतिदिन सुबह 10 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक होगी। यात्रियों को तिरुपति बालाजी के दर्शन का लाभ भी होगा।

 

केदारनाथ से शुरू हुई रामकथा

मोरारी बापू की यह विशेष रामकथा 22 जुलाई को उत्तराखंड में केदारनाथ से शुरू हुई थी, जहां मोरारी बापू ने हेलीकॉप्टर से जाकर और मंदिर परिसर में भीमशिला के करीब रामकथा कही। 24 जुलाई को काशी-विश्वनाथ धाम में मोरारी बापू की रामकथा के बाद 25 जुलाई को वैद्यनाथ धाम झारखंड में रामकथा होगी। इसी क्रम में 26 जुलाई को जगन्नाथ पुरी उड़ीसा में मोरारी बापू की विशेष रामकथा का आयोजन होगा। रामकथा यात्रा तमिलनाडु के रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग में 28-29 जुलाई को होगी। इसके बाद रामकथा मानस-900 का अगला पड़ाव 30 जुलाई को तिरुपति बालाजी मंदिर में होगा। विशेष रामकथा यात्रा 31 जुलाई को नागेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र में प्रवेश करेगी। इसके बाद 1 अगस्त को भीमाशंकर, 2 अगस्त को त्र्यंबकेश्वर, 3 अगस्त को घृष्णेश्वर में रामकथा होगी। 4 अगस्त को मध्य प्रदेश के ओंकारेश्वर, 5 अगस्त को महाकालेश्वर और 6 अगस्त को गुजरात के द्वारिकाधीश मंदिर में रामकथा का आयोजन किया जाएगा। इसके बाद 7 अगस्त को नागेश्वर, सोमनाथ और 8 अगस्त को तलगाजार्डा में रामकथा के आयोजन के साथ यात्रा का समापन होगा।


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Content Writer

Seema Sharma

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