विधायक जिग्नेश मेवानी को असम पुलिस ने गुजरात से किया गिरफ्तार, जानें क्या है पूरा मामला?

punjabkesari.in Thursday, Apr 21, 2022 - 05:39 PM (IST)

नेशनल डेस्कः गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी, जिन्हें असम पुलिस ने एक ट्वीट को लेकर गिरफ्तार किया था, ने कथित पोस्ट में दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ''गोडसे को भगवान का रूप'' माना। उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के मुताबिक मेवानी ने इसी ट्वीट का इस्तेमाल मोदी से पश्चिमी राज्य की अपनी यात्रा के दौरान सांप्रदायिक सद्भाव के लिए अपील करने के लिए भी किया था, कोकराझार पुलिस स्टेशन में दर्ज प्राथमिकी की एक प्रति पास मौजूद है। उन्हें बृहस्पतिवार की सुबह करीब 11 बजे विमान द्वारा गुजरात से गुवाहाटी लाया गया और फिर सड़क मार्ग से कोकराझार ले जाया गया।

कोकराझार पुलिस स्टेशन में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद प्रमुख दलित नेता को बुधवार रात गुजरात के पालनपुर शहर से हिरासत में किया गया। असम पुलिस के अधिकारियों द्वारा साझा किए गए एक दस्तावेज के अनुसार, कुछ दिन पहले मेवानी के एक ट्वीट पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। ट्विटर द्वारा पोस्ट को बाद में हटा दिया गया। बोडोलैंड प्रादेशिक परिषद के भाजपा कार्यकारी सदस्य अरूप कुमार डे ने मंगलवार को उनके खिलाफ शिकायत दर्ज की थी।

डे ने अपनी शिकायत में कहा कि ट्वीट का प्रसार ''व्यापक आलोचना का कारण बना और लोगों के एक निश्चित वर्ग के बीच सद्भाव बनाए रखने के प्रतिकूल, सार्वजनिक शांति को भंग करने की प्रवृत्ति वाला रहा''। उन्होंने यह भी कहा कि ''कुछ अनदेखे तत्व ऐसे संवेदनशील मुद्दों को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं जो एकता, शांति और भाईचारे को भंग करने की कोशिश कर रहे हैं।''

गौरतलब है कि मेवानी बनासकांठा की वडगाम सीट से निर्दलीय विधायक हैं। उन्होंने हाल ही में कांग्रेस को समर्थन देने का वादा किया। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मेवानी की गिरफ्तारी को ‘अलोकतांत्रिक' और ‘असंवैधानिक' करार दिया। गांधी ने कहा कि यह उन लोगों का अपमान है जिन्होंने उन्हें एक जनप्रतिनिधि के रूप में चुना।


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Content Writer

Yaspal

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