PM मोदी का पूरा फोकस चुनाव 2019 पर, बनाई विदेशी दौरों से दूरी

punjabkesari.in Wednesday, Dec 26, 2018 - 03:01 PM (IST)

नेशनल डेस्कः विदेशी दौरे पर जाने के लिए हमेशा चाहवान रहे प्रधानमंत्री मोदी अब अपना पूरा ध्यान लोकसभा चुनाव 2019 पर केंदित करना चाहते हैं। इसी के मद्देनजर मोदी आम चुनाव के चलते 4-5 महीने तक कोई विदेशी दौरा नहीं करेंगे। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यह जानकारी वरिष्ठ एक सरकारी अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर दी। अधिकारी के मुताबिक साल 2019 के पहले चार महीनों ऐसा कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं है जिसमें मोदी की भागदारी जरूरी हो इसलिए पीएम अपना पूरा फोकस चुनाव प्रचार में लगाएंगे।
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भाजपा को हाल ही में हुए पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव में तीन राज्यों (मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान) से हार का सामना करना पड़ा। वहीं उपचुनावों में भी भाजपा अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई। ऐसे में 2019 में भाजपा कोई रिसक नहीं उठाना चाहती। पीएम मोदी भाजपा के लिए सबसे बड़ा चेहरा हैं और यह बात वे भली-भांति जानते हैं। इसी वजह से मोदी अपना पूरा ध्यान 2019 के लोकसभा चुनाव पर लगाना चाहते हैं।
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प्रवासी भारतीय दिवस के अलावा कोई कार्यक्रम नहीं
21 से 23 जनवरी तक मनाए जाने वाले प्रवासी भारतीय दिवस के आयोजन में शिरकत करने के अलावा मोदी का और कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं है। हालांकि यह कार्यक्रम भी मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ही है इसलिए वे भारत में ही होंगे।
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2014 से अब तक मोदी ने किए 48 विदेशी दौरे
प्रधानमंत्री की आधिकारिक साइट के अनुसार 2014 से अब तक मोदी 48 विदेशी दौरों पर जा चुके हैं। पिछले साल उन्होंने कुल 14 विदेशी दौरे किए थे। वहीं भूटान के प्रधानमंत्री लोताय शेरिंग 27 दिसंबर से 29 दिसंबर तक भारत यात्रा पर आ रहे हैं। भूटान के प्रधानमंत्री का यह पहला विदेशी दौरा होगा। अपनी यात्रा के दौरान वे पीएम मोदी से भी मुलाकात करेंगे और उनको भूटान आने का भी निमंत्रण दे सकते हैं।
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फिर आम जनता के बीच होंगे मोदी
मोदी एक बार फिर से जमीनी स्तर पर आम जनता से जुड़ना चाहते हैं। किसानों की नाराजगी और बेरोजगार युवाओं का गुस्सा झेल रही भाजपा को फिर से पटरी पर लाने के लिए मोदी जल्द ही आम लोगों के बीच होंगे। बता दें कि देश के विभिन्न मुद्दों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के तेवर इन दिनों काफी आक्रामक हैं। इसी का नतीजा है कि भाजपा के हाथ से तीन राज्य खिसक गए। छत्तीसगढ़ में भाजपा को 15 साल बाद जैसी हार मिली उसको लेकर हर कोई हैरान था। राहुल पहले से काफी एक्टिव हो गए हैं और उनके भाषणों में भी झलकता है कि वो भाजपा को 2019 में कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार हैं।

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Seema Sharma

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