शिक्षक को मोबाइल छीनना पड़ा महंगा, गुस्से में बौखलाया छात्रा का दिमाग, टीचर के 11 महीने के बेटे को उतारा मौत के घाट
punjabkesari.in Monday, Aug 18, 2025 - 12:25 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के बागपत में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक मदरसे में पढ़ने वाली नाबालिग छात्रा ने अपने शिक्षक से बदला लेने के लिए उनके 11 महीने के मासूम बेटे की जान ले ली। आरोप है कि शिक्षक द्वारा मोबाइल फोन छीनने और पिटाई किए जाने से नाराज होकर छात्रा ने इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया।
ये भी पढ़ें- Rajasthan: दर्दनाक हादसा! चलती बस से गिरी 5 साल की मासूम, कैंपर के नीचे कुचले जाने से हुई मासूम की मौत
क्या है पूरा मामला?
यह घटना बागपत के टांडा गांव में मुफ़्ती शहजाद द्वारा चलाए जा रहे मदरसे में हुई। मुफ़्ती शहजाद ने कुछ दिन पहले मदरसे में पढ़ रही एक नाबालिग छात्रा के पास से मोबाइल फोन बरामद किया था। उन्हें शक था कि छात्रा मोबाइल पर किसी से बात करती है। पूछताछ करने पर मुफ़्ती ने छात्रा की जमकर पिटाई की और उसका मोबाइल फोन छीन लिया।
पिटाई और अपमान से गुस्साए छात्रा ने मुफ़्ती शहजाद से बदला लेने का फैसला किया। वह चुपचाप उस कमरे में गई, जहां मुफ़्ती का 11 महीने का मासूम बेटा तलहा सो रहा था। गुस्से में आकर छात्रा ने मासूम तलहा के ऊपर एक भारी बिस्तर डाल दिया। बिस्तर के नीचे दबने से कुछ ही पलों में मासूम की साँसें रुक गईं और दम घुटने से उसकी दर्दनाक मौत हो गई।
सुबह हुआ खुलासा
सुबह जब परिवार ने मासूम तलहा को उसके बिस्तर पर नहीं पाया, तो हड़कंप मच गया। पहले गांव में बच्चा चोरी की अफवाह फैल गई। गांव के लोग और प्रधान मौके पर इकट्ठा हो गए और मासूम की तलाश शुरू की। जब कमरे में रखे बिस्तर को हटाया गया, तो तलहा बेसुध मिला। उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
एएसपी बागपत एनपी सिंह ने बताया कि पुलिस को टांडा गांव में मासूम की मौत की सूचना मिली थी। शुरुआती जांच और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत की वजह साफ नहीं हो पाई है, लेकिन जानकारी के मुताबिक छात्रा ने मोबाइल छीनने और पिटाई से नाराज होकर इस घटना को अंजाम दिया है।
मुफ़्ती शहजाद ने बताया कि उनकी चार बेटियां हैं और बेटा न होने पर उन्होंने 9 महीने पहले अपने साले के बेटे तलहा को गोद लिया था। यह घटना पूरे गांव में सदमे का कारण बन गई है। लोगों को विश्वास नहीं हो रहा कि एक मोबाइल के लिए एक मासूम की जान ले ली गई।