युवक-युवतियां मस्ती में कर रहे थे डांस तभी अचानक शुरू हुई तेज़ गोलीबारी, 12 लोगों की मौत
punjabkesari.in Thursday, Jun 26, 2025 - 08:35 AM (IST)

मेक्सिको सिटी— रंग-बिरंगी रोशनी, तेज संगीत और जश्न का माहौल... लेकिन अचानक गोलियों की आवाज ने हर खुशी को मातम में बदल दिया। मेक्सिको के हिंसा-ग्रस्त गुआनजुआटो राज्य में मंगलवार की रात एक सांस्कृतिक आयोजन पर हुए भीषण हमले ने पूरे देश को दहला दिया। इस दिल दहला देने वाली घटना में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है, जबकि करीब 20 लोग घायल हो गए हैं। यह हमला इरापुआटो शहर में हुआ, जहां लोग सेंट जॉन द बैपटिस्ट के सम्मान में एक पारंपरिक समारोह मना रहे थे।
जश्न के बीच बरसीं गोलियां
प्रत्यक्षदर्शियों और वायरल वीडियो के अनुसार, स्थानीय युवक-युवतियां मस्ती में डांस कर रहे थे, तभी अचानक तेज़ गोलीबारी शुरू हो गई। अफरातफरी में लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे चंद पलों में जश्न का माहौल चीख-पुकार में बदल गया।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
इरापुआटो के अधिकारी रोडोल्फो गमेज सर्वेंट्स ने पुष्टि की कि इस हमले में 12 लोगों की जान चली गई है, जबकि कई घायल अस्पतालों में भर्ती हैं।
👇🚫⚠️OTRA MASACRE ENCIENDE LAS ALARMAS EN #GUANAJUATO,
— Corresponsales MX (@CorresponsalsMX) June 25, 2025
▶️SUBE A 12 EL NÚMERO DE MUERTOS TRAS ATAQUE ARMADO DURANTE UNA FIESTA PATRONAL EN LA COLONIA BARRIO NUEVO EN #IRAPUATO
▶️Las personas celebraban a #SanJuan con musica de banda, y juegos mecánicos, cuando llegaron los… pic.twitter.com/XbuATDU5xB
राष्ट्रपति का बयान और जांच शुरू
मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शिनबाम ने इस भयावह हमले की निंदा करते हुए कहा है कि सरकार दोषियों को बख्शेगी नहीं और मामले की गहराई से जांच की जा रही है।
गुआनजुआटो: हिंसा का गढ़
यह घटना उस राज्य में हुई है जो पहले से ही ड्रग कार्टेल्स और आपराधिक गिरोहों के बीच चल रही गैंगवार के लिए कुख्यात है। 2025 के पहले पांच महीनों में ही 1,400 से ज्यादा हत्याएं इसी राज्य में दर्ज की गई हैं, जो देश के किसी भी राज्य से कहीं अधिक हैं।
कुछ हफ्ते पहले भी हुआ था हमला
गौरतलब है कि इसी राज्य के सैन बार्टोलो डे बेरियोस शहर में पिछले महीने एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान सात लोगों को गोलियों से भून दिया गया था।