बच्चे को मृत बताने का मामला: मैक्स अस्पताल का लाइसेंस हो सकता है रद्द!

punjabkesari.in Saturday, Dec 02, 2017 - 06:16 PM (IST)

नई दिल्ली: दिल्ली के शालीमार बाग स्थित मैक्स अस्पताल की ओर से एक जीवित बच्चे को मृत बताने के मामले में दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने आज कहा कि यदि अस्पताल को जांच में लापरवाही का दोषी पाया गया तो उसका लाइसेंस रद्द किया जा सकता है। सरकार ने कल मैक्स अस्पताल की ओर से की गई आपराधिक लापरवाहीकी जांच के आदेश उस वक्त दिए थे, जब यह सामने आया था कि इसके डाक्टरों ने जिस बच्चे को मृत घोषित कर दिया था, वह बाद में जीवित पाया गया। 

अस्पताल पर होगी सख्त कार्रवाई 
जैन ने पत्रकारों को बताया कि एक बार रिपोर्ट आ जाने पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। 30 नवंबर की सुबह मैक्स अस्पताल में वर्षा नाम की एक महिला ने जुड़वां बच्चों (एक लड़का और एक लड़की) को जन्म दिया था लेकिन असपताल ने बच्चे के माता-पिता को बताया कि दोनों बच्चे मृत पैदा हुए हैं और उन्हें बच्चे एक पोलि​थिन बैग में सौंप दिए। लेकिन अंतिम संस्कार से ठीक पहले परिवार ने पता चला कि एक बच्चा जीवित है। बच्चे के पिता ने बताया कि हम बच्चे को तुरंत पीतमपुरा के एक नर्सिंग होम ले गए जहां वह जीवन रक्षक प्रणाली पर है।

सरकारी अस्पतालों को किया जा रहा बर्बाद 
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मैक्स अस्पताल को 22 नवंबर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, क्योंकि उसने आॢथक रूप से कमजोर तबके के मरीजों को सेवाएं मुहैया कराने के कुछ नियम पूरे नहीं ​किए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि आॢथक रूप से कमजोर तबके वाले मामले में हमने जांच की थी और यह भी पाया गया कि ओपीडी में 25 फीसदी की बजाय महज 10 फीसदी मरीजों को देखा जा रहा था। यह पूछे जाने पर कि क्या मामले में शामिल डाक्टरों के खिलाफ कोई कार्रवाई की जाएगी तो जैन ने कहा कि मामला मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया को भेजा जाएगा और फिर उनके जवाब के आधार पर कोई कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आरोप भी लगाया कि सुधार के नाम पर निजी अस्पतालों को छूट दी जा रही हैं और सरकारी अस्पतालों को जानबूझकर बर्बाद किया जा रहा है।  


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