वाराणसी गैंगरेप के मास्टरमाइंड ने ऐसे खड़ी की सेक्स रैकेट की फैक्ट्री! जानकर दंग रह जाएंगे
punjabkesari.in Friday, Apr 11, 2025 - 07:19 PM (IST)

नेशनल डेस्क: वाराणसी में सामने आया गैंगरेप का मामला जितना खौफनाक है उससे कहीं ज़्यादा खतरनाक है इसका मास्टरमाइंड अनमोल गुप्ता। यह शख्स ऊपर से एक कैफे चलाने वाला आम कारोबारी लगता था लेकिन असल में वो एक सुनियोजित सेक्स रैकेट का सरगना था। पुलिस जांच में सामने आया है कि अनमोल अपने कैफे कांटिनेंटल से ही इस गोरखधंधे को चलाता था। इस कैफे में लड़कियों को नशे में धकेल कर उनसे जबरन गंदा काम कराया जाता था।
चाउमीन से शुरू किया सफर, बना गैंगरेप का मास्टरमाइंड
अनमोल गुप्ता का सफर 2018 में सिगरा थाना क्षेत्र में चाउमीन के ठेले से शुरू हुआ था। फिर उसने सोनिया इलाके में एक फास्ट फूड की दुकान खोली। जब कारोबार थोड़ा जमा, तो मलदहिया में एक बड़ा हॉल किराए पर लिया और वहीं खोला कैफे कांटिनेंटल धीरे-धीरे इस कैफे की आड़ में उसने नशा और देह व्यापार का गोरखधंधा शुरू कर दिया। शराब और गांजा युवाओं को परोसा जाने लगा, और महिला वेटर के जरिए युवकों को लुभाया जाता था।
पैसे का लालच और ब्लैकमेलिंग से फंसाता था लड़कियां
पुलिस सूत्रों के मुताबिक अनमोल ने दर्जनों लड़कों को एजेंट बनाकर लड़कियों को फंसाने का नेटवर्क खड़ा किया था। कैफे में आने वाली लड़कियों को ड्रग्स का आदी बनाकर पहले उन्हें झांसे में लिया जाता और फिर उनके अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया जाता था। इन वीडियो का इस्तेमाल कर लड़कियों को सेक्स रैकेट का हिस्सा बनाया जाता। पैसे का ऑफर और डर का खेल, दोनों हथियार अनमोल के पास थे।
6 दिन की दरिंदगी, 23 दरिंदे और पीड़िता की चीख
जिस केस ने पूरे देश को झकझोर दिया है उसमें पीड़िता को 6 दिन तक अगवा करके अलग-अलग जगहों पर 23 लोगों ने गैंगरेप किया। अनमोल ने ही इस पूरी साजिश को रचा और अपने नेटवर्क के जरिए पीड़िता को इस नरक में धकेला। अब तक 12 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं जबकि बाकी की तलाश में पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
PM मोदी ने लिया संज्ञान, दोषियों को मिलेगी सख्त सजा
इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अफसरों से बात की है और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि इस घटना के दोषियों को किसी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की निगरानी में पूरे मामले की जांच चल रही है और गैंगरेप पीड़िता को हर संभव सहायता दी जा रही है।
कैसे चलता था रैकेट? पुलिस की रिपोर्ट से खुली पोल
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कैफे कांटिनेंटल के नाम पर शराब और ड्रग्स की सप्लाई
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लड़कियों को पहले नशे में फंसाया जाता
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अश्लील वीडियो बनाकर किया जाता ब्लैकमेल
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एजेंट लड़कों के जरिए लड़कियों को ग्राहकों तक पहुंचाया जाता
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कैफे से संचालित होता पूरा नेटवर्क, कई शहरों तक फैला हो सकता है जाल
पुलिस को शक है कि अनमोल सिर्फ एक चेहरा है और इसके पीछे कोई बड़ा गैंग या संगठित नेटवर्क भी सक्रिय हो सकता है। इसलिए पुलिस साइबर सेल, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और STF की मदद से जांच को आगे बढ़ा रही है।