अस्पताल में सेक्स रैकेट का भंडाफोड़: रात के अंधेरे में देह व्यापार, अस्पताल बना अय्याशी का अड्डा
punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 11:16 AM (IST)

नेशनल डेस्क: बिहार के कटिहार जिले के सदर अस्पताल से एक शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है। जिस जगह पर मरीजों को जीवनदान देने का कार्य होना चाहिए, वहां रात के अंधेरे में देह व्यापार जैसा घिनौना खेल चल रहा था। ये चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ जब अस्पताल के सुरक्षा गार्ड नवीन कुमार सिंह की सतर्कता और सख्ती ने इस पूरे रैकेट को बेनकाब कर दिया।
कैसे हुआ खुलासा?
सुरक्षा गार्ड नवीन कुमार को कुछ समय से ऐसी सूचनाएं मिल रही थीं कि अस्पताल परिसर में देर रात संदिग्ध गतिविधियां हो रही हैं। इसी आधार पर उन्होंने रात में निगरानी तेज की और दो महिलाओं को संदिग्ध हालात में रंगे हाथों पकड़ लिया। जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने कबूल किया कि वे देह व्यापार में लिप्त हैं और अस्पताल को सुरक्षित ठिकाना मानकर यहां ग्राहकों से मिलती थीं।
महिलाओं का कबूलनामा: अस्पताल बनी वेश्यावृत्ति का केंद्र
दोनों महिलाएं कटिहार के सालमारी और बारसोई क्षेत्र की निवासी हैं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वे प्रति रात 3 से 4 ग्राहकों से मिलती थीं और प्रति ग्राहक 300 से 500 रुपये लेती थीं। इससे उन्हें रोज़ाना 1500 से 2000 रुपये की कमाई हो जाती थी। चौंकाने वाली बात यह रही कि इनमें से एक महिला अस्पताल में कार्यरत भी थी, जिसने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अस्पताल परिसर को ही वेश्यावृत्ति का ठिकाना बना लिया था।
अस्पताल कर्मचारी भी शक के घेरे में
सुरक्षा गार्ड का यह भी कहना है कि इतनी बड़ी गैरकानूनी गतिविधि अस्पताल परिसर में तब तक नहीं चल सकती जब तक अंदर से किसी की मिलीभगत न हो। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या अस्पताल के किसी कर्मचारी ने इन महिलाओं को संरक्षण दिया या ग्राहकों की व्यवस्था में मदद की।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
नगर थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों महिलाओं को हिरासत में ले लिया है। उनसे पूछताछ जारी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि क्या इस रैकेट का जाल शहर के अन्य हिस्सों में भी फैला है। पुलिस अस्पताल प्रशासन से भी जवाब मांग रही है और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जा रही है।
सदर अस्पताल की बिगड़ी छवि
कटिहार का सदर अस्पताल पहले भी कई विवादों में घिर चुका है—कभी इलाज में लापरवाही तो कभी अव्यवस्थाएं। अब इस देह व्यापार के खुलासे ने अस्पताल की छवि को और धूमिल कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल में रात के समय सुरक्षा नाममात्र की है, जिसका फायदा उठाकर असामाजिक तत्व परिसर में ऐसी घिनौनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।