दूल्हे के परिवार ने रखी अनोखी शर्त, गुस्से में दुल्हन ने तोड़ दी शादी

punjabkesari.in Friday, Apr 11, 2025 - 01:23 PM (IST)

नेशनल डेस्क. आज के समय में सोशल मीडिया सिर्फ फोटो और वीडियो शेयर करने का प्लेटफॉर्म नहीं रह गया है, बल्कि यह अब निजी ज़िंदगियों के बड़े फैसलों और घटनाओं का हिस्सा बन चुका है। हाल ही में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसने सबको हैरान कर दिया है। एक युवक ने इंस्टाग्राम, फेसबुक और व्हाट्सऐप पर अपनी शादी की घोषणा की, लेकिन बात तब बिगड़ गई, जब दूल्हे के परिवार ने दुल्हन पक्ष से 600 बारातियों के खाने-पीने और स्वागत का पूरा खर्च उठाने की मांग रख दी।

600 मेहमानों की ज़िम्मेदारी से पीछे हटा दुल्हन का परिवार

शुरुआत में दोनों परिवारों ने रिश्ते को सहमति दे दी थी और मई में शादी की तारीख तय कर दी गई थी। लेकिन जैसे-जैसे दिन करीब आए, दूल्हे के परिवार ने अचानक शर्त रख दी कि अगर दुल्हन का परिवार 600 बारातियों का खर्च उठाएगा, तभी शादी होगी। इसमें खाने-पीने से लेकर अन्य व्यवस्था भी शामिल थी, जब यह बात दुल्हन के परिवार को पता चली, तो वे हैरान रह गए। उन्होंने साफ कह दिया कि वे इतने अमीर नहीं हैं कि इतने बड़े आयोजन का बोझ उठा सकें। उनका कहना था कि शादी का खर्च 10 से 15 लाख रुपये तक पहुंच सकता है, जो उनके लिए संभव नहीं है।

कस्बे में तय हुई थी शादी, पारंपरिक रीति-रिवाज थे प्रभावी

यह रिश्ता एक छोटे कस्बे के रिश्तेदारों के जरिए तय हुआ था। उस क्षेत्र में पारंपरिक रीति-रिवाजों और गांव के मुखिया के फैसलों को काफी अहमियत दी जाती है। वहां शादियां आमतौर पर भव्य तरीके से होती हैं और समाजिक दबाव के चलते अधिक खर्च करना एक आम बात मानी जाती है।

अंत में रिश्ता टूट गया

दुल्हन के परिवार ने शादी से इनकार कर दिया और रिश्ता वहीं समाप्त हो गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे बेटी की शादी जरूर करना चाहते हैं, लेकिन दिखावे और अनावश्यक मांगों के आधार पर नहीं। रिश्ता तो टूट गया, लेकिन इससे दुल्हन और उसके परिवार को मानसिक आघात जरूर पहुंचा।

रेडिट पर मांगी कानूनी सलाह

दुल्हन की मां और बहन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म रेडिट पर जाकर कानूनी सलाह मांगी। उन्होंने लिखा कि वे किसी कानूनी विवाद में नहीं पड़ना चाहते क्योंकि मामला बेटी की इज्जत और भविष्य से जुड़ा है। दुल्हन के भाई ने चिंता जताई कि इस घटना से उसकी बहन की सामाजिक छवि पर असर पड़ सकता है।

सोशल मीडिया पर यूज़र्स की प्रतिक्रियाएं

इस मामले को लेकर कई सोशल मीडिया यूज़र्स ने अपनी राय जाहिर की। एक यूज़र ने लिखा- "एक टूटी हुई सगाई, एक कड़वे तलाक से बेहतर है।" वहीं कुछ अन्य ने दूल्हे के परिवार को "लालची और गैर-जिम्मेदार" बताया। कुछ यूज़र्स ने यह भी बताया कि यह मामला दहेज निषेध अधिनियम 1961 के तहत तकनीकी रूप से अपराध की श्रेणी में नहीं आता, लेकिन नैतिक रूप से यह गलत है। दुल्हन का परिवार अब राहत महसूस कर रहा है कि वे समय रहते इस रिश्ते से बाहर निकल आए।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Parminder Kaur

Related News