पोर्न का विकल्प और फिजिकल रिलेशन पर सलाह... सामने आया पुतिन का चौंकाने वाला बयान

punjabkesari.in Friday, Dec 20, 2024 - 10:32 AM (IST)

नेशनल डेस्क: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में पोर्नोग्राफी और रूस की घटती जनसंख्या को लेकर कुछ बेहद अजीब और विवादास्पद बयान दिए, जो दुनियाभर में चर्चा का विषय बने हुए हैं। एक ओर जहां उन्होंने पोर्नोग्राफी पर अपनी चिंता जताई, वहीं दूसरी ओर उन्होंने जनसंख्या वृद्धि को लेकर बेहद अनोखी और विवादास्पद सलाह दी। पुतिन के ये बयान रूस ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में लोगों का ध्यान खींच रहे हैं और इन पर गंभीर प्रतिक्रिया हो रही है।

पुतिन का पोर्नोग्राफी पर बयान
पुतिन ने पोर्नोग्राफी की बढ़ती समस्या पर रशिया टुडे के साथ एक इंटरव्यू में बयान दिया, जिसमें उन्होंने इसे न केवल रूस, बल्कि पूरी दुनिया के लिए गंभीर संकट बताया। उनका कहना था कि पोर्न साइट्स पर प्रतिबंध लगाना इस समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सकता। पुतिन ने कहा, "हमारे पास पोर्न साइट्स को बंद करने का एक तरीका है, लेकिन यह समस्या का समाधान नहीं है। हमें पोर्न की जगह कुछ ऐसा पेश करना होगा, जो उससे भी ज्यादा दिलचस्प और मनोरंजक हो, ताकि लोग इसका सामना करना छोड़ दें।" उन्होंने कहा कि इस समस्या से निपटने के लिए दुनिया को एक नया दृष्टिकोण अपनाना होगा, जो लोगों का ध्यान अधिक मजेदार और उपयोगी चीजों पर आकर्षित कर सके। पुतिन का यह बयान पूरी दुनिया में आलोचनाओं का शिकार हो गया है। हालांकि उन्होंने बेशक पोर्नोग्राफी को एक वैश्विक समस्या माना, लेकिन उनके समाधान के तरीके ने कई लोगों को चौंका दिया है। उनका यह कहना कि पोर्न का विकल्प "अधिक मनोरंजक" होना चाहिए, सवाल उठाता है कि क्या पुतिन को इस मुद्दे की जड़ को समझने में कोई गलतफहमी है। 

सेक्स को बढ़ावा देने के लिए लंच ब्रेक का इस्तेमाल
पुतिन के बयान का दूसरा पहलू और भी विवादास्पद था, जब उन्होंने रूस की घटती जनसंख्या दर पर प्रतिक्रिया दी। पुतिन ने पहले भी कई बार रूस के प्रजनन संकट का उल्लेख किया है और इस बार उन्होंने अपनी सरकार की नीतियों को इस दिशा में और भी मजबूत करने की बात की। उनका कहना था कि रूस की जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए लोगों को लंच ब्रेक और कॉफी ब्रेक के दौरान सेक्स करने की सलाह दी। पुतिन ने कहा कि यह समय बहुत ही आदर्श है, क्योंकि यह एक छोटा ब्रेक होता है, जब लोग एक-दूसरे के साथ इंटिमेट हो सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप प्रजनन दर में वृद्धि हो सकती है। इससे भी आगे बढ़ते हुए, पुतिन ने एक और विचित्र सलाह दी, जिसमें उन्होंने कहा कि रात 10 बजे से सुबह 2 बजे तक घर की लाइटें और इंटरनेट बंद रखना चाहिए, ताकि लोग इस समय का इस्तेमाल इंटिमेट एक्टिविटी के लिए कर सकें। पुतिन का यह बयान जनसंख्या वृद्धि के लिए उनके अनोखे दृष्टिकोण को दर्शाता है, जो न केवल विवादास्पद है, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी चुनौतीपूर्ण है।

रूस की जनसंख्या संकट और सरकार की पहलें
रूस की जनसंख्या वृद्धि दर काफी चिंताजनक हो गई है। वर्तमान में, रूस का फर्टिलिटी रेट 1.5 है, जबकि आदर्श संख्या 2.1 होती है, जिससे यह स्पष्ट है कि देश में जनसंख्या घट रही है। पुतिन और उनकी सरकार इस संकट से निपटने के लिए कई पहलें कर रही हैं। इसके अंतर्गत मॉस्को में 18 से 40 वर्ष की महिलाओं के लिए मुफ्त फर्टिलिटी स्क्रीनिंग कार्यक्रम, मातृत्व अवकाश में सुधार, और अन्य प्रजनन संबंधी योजनाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, पुतिन सरकार ने सेक्स मिनिस्ट्री (Sex Ministry) बनाने की योजना पर भी विचार किया है, ताकि जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा दिया जा सके और रूस में जन्म दर को सुधारा जा सके। इस मंत्रालय का उद्देश्य होगा प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा देना और युवा पीढ़ी को प्रजनन संबंधी जागरूकता और सुविधाएं प्रदान करना।

पुतिन के बयानों पर प्रतिक्रियाएं 
पुतिन के बयानों ने समाज में गहरी बहस को जन्म दिया है। पोर्नोग्राफी पर उनकी राय ने जहां कुछ लोगों को उनके दृष्टिकोण में वैधता दिखाई, वहीं दूसरों ने इसे पूरी तरह से अस्वीकृत किया है। उनका यह मानना कि पोर्न को "कुल मिलाकर अच्छा विकल्प" से प्रतिस्थापित किया जाना चाहिए, इस विचार को काफी आलोचना का सामना करना पड़ा है। वहीं, जनसंख्या वृद्धि को लेकर उनकी सलाह भी काफी विवादास्पद रही है। खासकर उनके सेक्स और प्रजनन दर को बढ़ाने के लिए दिए गए सुझावों ने उनकी नीति को एक चौंकाने वाले मोड़ पर ला खड़ा किया है। समाजशास्त्री और विशेषज्ञों ने पुतिन की सलाह को अधिक ठोस नीतियों के रूप में पेश करने की बजाय असंवेदनशील और अव्यवहारिक बताया है। 

पुतिन के बयान रूसी राजनीति, समाज और संस्कृति के लिए एक नई चुनौती के रूप में सामने आए हैं। पोर्नोग्राफी के प्रति उनकी चिंता और जनसंख्या वृद्धि के लिए दिए गए उनके विचित्र सुझाव न केवल रूस, बल्कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भी चर्चा का विषय बने हुए हैं। हालांकि, पुतिन ने अपनी सरकार की नीतियों के जरिए जनसंख्या वृद्धि को बढ़ावा देने की दिशा में कुछ पहल की है, लेकिन उनके बयानों की समाज में स्वीकार्यता और प्रभाव पर सवाल उठते हैं।


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Content Editor

Mahima

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