बाल-बाल बचे थे मनमोहन सिंह, क्रैश होने वाला था विमान

punjabkesari.in Wednesday, Jul 27, 2016 - 10:32 AM (IST)

नई दिल्ली: रूस के आधिकारिक दौरे के दौरान मास्को में लैंडिंग से पहले पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का आधिकारिक विमान क्रैश होने के काफी करीब था और वे बाल-बाल बचे थे। यह चौंकाने वाली जानकारी द फ्लाइट्स डाटा रिकॉर्डर (एफडीआर) से सामने आई है। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक 11 नवंबर 2007 में  तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह रूस के आधिकारिक दौरे पर गए थे, उस दौरान एयर इंडिया के विमान बोइंग 747 में तकनीकी खराबी आ गई। इसके बाद क्रू मेंबर्स ने मास्को एटीसी से फौरन संपर्क किया और कॉकपिट में वार्निंग लाइट्स जला दिए थे।

दरअसल विमान के पायलट ने विमान के लैंडिंग गियर को जरूरत के मुताबिक नीचे नहीं किया। बोइंग 707 एयर इंडिया वन विमान के केबिन क्रू ने मॉस्को ATC द्वारा इस बारे में ध्यान दिलाए जाने के बाद ही विमान के पहियों को नीचे किया। अगर पहियों को नीचे किए बिना ही लैंडिंग करा दी जाती, तो विमान दुर्घटनाग्रस्त हो जाता। एफडीआर के मुताबिक वह वीवीआईपी विमान सही फैसला लिए जाने से पहले इलैक्ट्रॉनिक गाइड स्लोप से नीचे उड़ने लगा था। यह स्लोप विमान रनवे से सही सलामत संपर्क में आने के लिए तय किया गया फ्लाइट पाथ होता है।

क्रू मेंबर्स ने मास्को एटीसी के बताए तरीके से लैंडिंग की कोशिश की तो विमान के व्हील्स नीचे नहीं लग पाए और कॉकपिट में वार्निंग लाइट जला दी गई थी। एयर इंडिया की ओर से इस बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। वहीं जूनियर पायलट को प्रशिक्षित करने वाले एक कमांडर ने बताया कि वीवीआईपी विमानों की सुरक्षा के बारे में बरती जानी वाली सावधानियों में कई बार लैंडिंग गियर नीचे न होना और अलार्म बजना बड़ी मुश्किलों की निशानी है। हालांकि जब विमान में वीवीआईपी सवार हों तो पहिए कम ही बाहर किए जाते हैं क्योंकि इससे विमान के अंदर काफी शोर और हलचल मच जाती है इसी शोर से बचने के लिए पहियों को थोड़ी देरी से बाहर किया जाता है।


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