''अवनि'' की हत्या से महाराष्ट्र के वन मंत्री पर भड़कीं मेनका गांधी
punjabkesari.in Sunday, Nov 04, 2018 - 06:58 PM (IST)
नेशनल डेस्कः महाराष्ट्र के यवतमाल में बाघिन अवनि को मारने पर केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि अवनि की ‘क्रूरता से हत्या’ की गई। मेनका गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस घटना को लेकर एक के बाद एक ट्वीट किए। उन्होंने कहा कि अवनि बाघिन को मारना साफ-साफ अपराध का एक मामला है। बता दें कि महाराष्ट्र में एक अभियान चलाकर अवनि को मौत की नींद सुला दिया गया। ऐसा माना जाता है कि इस खूंखार बाघिन ने 13 लोगों को मौत का शिकार बनाया था।
मेनका गांधी ने कहा कि कई बार कई संगठनों द्वारा अपील किए जाने के बाद भी महाराष्ट्र के वन मंत्री एल एस मुनगंटीवार ने इस बाघिन को मारने के आदेश दिए। उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि वे बार-बार ऐसा करते आ रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ये तीसरा बाघ है, जिसकी हत्या की गई है। इसके अलावा कई तेंदुआ और भालू भी मारे गए हैं।
It is nothing but a straight case of crime. Despite several requests from many stakeholders, Sh @SMungantiwar, Minister for Forests, #Maharashtra, gave orders for the killing. #Justice4TigressAvni
— Maneka Gandhi (@Manekagandhibjp) November 4, 2018
मेनका ने महाराष्ट्र सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से अवैध है। वन विभाग के अधिकारी बाघिन करने और पकड़ने में सक्षम हैं। फिर भी शूटर शाफत अली खान ने महाराष्ट्र के वन मंत्री के आदेश पर उसे मार डाला। जानवरों के प्रति भाव रखने के लिए मशहूर मेनका गांधी ने कहा वे इस मामले को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस के साथ उठाएंगी। इस बाघिन को शार्प शूटर असगर अली ने मारा। असगर, मशहूर शार्प शूटर शफत अली के बेटे हैं। इस नरभक्षी बाघिन को रालेगांव थाने की सीमा में पड़ने वाले बोराती जंगल में घेर लिया गया था।
सितंबर महीने में उच्चतम न्यायालय ने कहा था कि इस बाघिन को गोली मारी जा सकती है। इसके बाद उसे माफी देने की ऑनलाइन याचिकाओं की बाढ़ आ गई थी। वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि उसे जिंदा पकड़ने का प्रयास किया गया था, पर घना जंगल और अंधेरा होने की वजह से ऐसान नहीं हो सका। आखिर एक गोली चलाई गई और बाघिन की मौत हो गई।