ब्रिटेन में सिख युवती से दुष्कर्म के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग, नस्लवादी हमले का आरोपी गिरफ्तार
punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 03:02 PM (IST)

London: ब्रिटेन में सिख महिला के नस्लीय यौन उत्पीड़न के खिलाफ रविवार को, स्थानीय सिख समुदाय ने एकजुटता दिखाने के लिए हमले वाली जगह पर रोष मार्च निकाला और पीड़िता और उसके परिवार के लिए प्रार्थना की। जांच कर रही ब्रिटिश पुलिस ने दुष्कर्म के संदेह में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि संदिग्ध की उम्र 30 से 35 वर्ष के आसपास है जिसे रविवार को हिरासत में लिया गया था और वह गत मंगलवार को इंग्लैंड के वेस्ट मिडलैंड्स क्षेत्र के ओल्डबरी में हुए ‘नस्लीय भावना के चलते किए गए बलात्कार' की जांच के सिलसिले में अब भी हिरासत में है। वेस्ट मिडलैंड्स पुलिस ने कहा कि 20 से 25 साल उम्र की महिला को जांच के दौरान लगातार सहयोग मिल रहा है। सैंडवेल पुलिस की मुख्य अधीक्षक किम मैडिल ने कहा, ‘‘यह जांच में एक महत्वपूर्ण प्रगति है और हम समुदाय को उनके निरंतर सहयोग के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं।''
उन्होंने कहा, ‘‘जांच अभी जारी है और हम लोगों से आग्रह करते हैं कि वे अटकलें न लगाएं क्योंकि हम उन सभी लोगों की पहचान करने और उनका पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं जो इसमें शामिल हो सकते हैं।'' पुलिस बल ने न्यायिक प्रक्रिया को अपना काम करने देने के महत्व पर भी जोर दिया। वेस्ट मिडलैंड्स क्षेत्र से ब्रिटिश सिख सांसद प्रीत कौर गिल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, ‘‘ओल्डबरी में एक सिख युवती पर हुए भयानक हमले से मैं बेहद स्तब्ध हूं। यह एक अत्यधिक हिंसात्मक कृत्य था, लेकिन इसे नस्लीय रूप से उत्तेजित करने वाला भी माना जा रहा है, क्योंकि कथित तौर पर अपराधियों ने उससे कहा था कि वह ‘यहां की नहीं है'।'' सांसद ने कहा, ‘‘वह यहीं की है। हमारे सिख समुदाय और हर समुदाय को सुरक्षित, सम्मानित और मूल्यवान महसूस करने का अधिकार है। ओल्डबरी या ब्रिटेन में कहीं भी नस्लवाद और स्त्री-द्वेष के लिए कोई जगह नहीं है। मेरी संवेदनाएं पीड़िता, उसके परिवार और सिख समुदाय के साथ हैं।''
स्मेथविक से लेबर पार्टी के सिख सांसद गुरिंदर सिंह जोसन ने कहा था कि इस ‘वास्तव में भयावह हमले' ने पीड़िता को सदमे में डाल दिया है और उन्होंने किसी भी जानकारी रखने वाले व्यक्ति से ‘घृणा अपराध' की जांच में पुलिस की मदद करने की अपील की। इससे पहले, पुलिस ने कहा था कि समझा जा रहा है कि दो श्वेत पुरुष संदिग्धों ने पीड़िता को निशाना बनाया और हमले के दौरान ‘नस्लवादी टिप्पणी' की। सिख यूथ यूके और सिख फेडरेशन यूके संगठन इस हमले के बाद पीड़िता और उसके परिवार का समर्थन कर रहे हैं।