ममता सरकार ने बनाया घोटालों का बंगाल मॉडल

punjabkesari.in Sunday, Jul 24, 2022 - 01:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके मंत्री जनता को लूटने में लगे हुए हैं और उन्होंने भ्रष्टाचार के सारे रिकार्ड तोड़ दिए। घोटाले पर घोटाले। प्रवर्तन निदेशालय (ई.डी.) ने शिक्षक भर्ती घोटाले का खुलासा किया जिसमें सरकार के 2 मंत्री संलिप्त हैं। राज्य के शिक्षा राज्यमंत्री परेश चंद्र अधिकारी और उनकी बेटी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है। इससे पहले ममता सरकार में कोयला घोटाला, पशु तस्करी घोटाला, शारदा चिट फंड घोटाला, रोज वैली घोटाला हुआ है। ममता बनर्जी सरकार ने लगता है कि घोटालों का बंगाल माडल बना दिया है। 

 

ममता सरकार में हुए घोटालों पर एक नजर:

शिक्षक भर्ती घोटाला/ एस.एस.सी. भर्ती घोटाला : प्रवर्तन निदेशालय ने शिक्षक भर्ती घोटाले में ममता सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार किया और उनकी करीबी अॢपता मुखर्जी को हिरासत में लिया जिनके घर से करीब 20 करोड़ रुपए मिले हैं। कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर ई.डी. की टीम पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग भर्ती घोटाले के आरोपी पार्थ चटर्जी के घर पहुंची थी। जब यह कथित घोटाला हुआ था, तब चटर्जी राज्य के शिक्षा मंत्री थे। पार्थ चटर्जी अभी उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री हैं। इस घोटाले का सबसे बड़ा उदाहरण शिक्षा राज्यमंत्री परेश चंद्र अधिकारी की बेटी अंकिता की नियुक्ति है। 77 वाले को छोड 61 नंबर लेने वाली मंत्री की बेटी को नियुक्ति दे दी गई। मामले की शुरुआत साल 2018 में हुई थी। उस समय पार्थ चटर्जी ममता बनर्जी सरकार के शिक्षा मंत्री थे। तब 1002 ऐसे लोगों की नियुक्ति हुई है जिन्होंने या तो परीक्षा ही नहीं दी या पास ही नहीं हुए।

 

कोयला घोटाला

पश्चिम बंगाल में कोयला तस्करी मामले में 1300 करोड़ रुपए की काली कमाई व उसका बड़ा हिस्सा राज्य के कुछ नामवर नेताओं तक पहुंचने का पता चला है। सी.बी.आई. ने अपनी पहली चार्जशीट में किंगपिन अनूप मांझी सहित 41 लोगों का जिक्र किया है। अनूप मांझी के साथ, विनय मिश्रा, बिकाश मिश्रा, गुरुपद मांझी, जायदेब बर्मन के नाम और 8 गिरफ्तार ई.सी.एल. के नाम हैं। सी.बी.आई. और ई.डी. दोनों ने तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव अभिषेक बनर्जी, उनकी पत्नी रुजीरा बनर्जी से कोयला चोरी घोटाले में उनकी कथित संलिप्तता को लेकर पूछताछ की है। टी.एम.सी. मंत्री मोलॉय घटक और टी.एम.सी. विधायक सुशांत महतो को भी ई.डी. ने राष्ट्रीय राजधानी में तलब किया था।

 

पशु तस्करी घोटाला

बंगलादेश से लगी पश्चिम बंगाल की सीमा पार पशुधन गौ तस्करी का धंधा 20 हजार करोड़ का बताया जाता है और इस रैकेट में नेता, अफसर, पुलिस, सुरक्षा बल आदि सब मिले हुए हैं। सी.बी.आई. ने टी.एम.सी. के बीरभूम जिलाध्यक्ष अणुव्रत मंडल से पशु तस्करी के मामले में करीब 4 घंटे तक पूछताछ की। अणुव्रत मंडल के बॉडीगार्ड साईगुल हुसैन को सी.बी.आई. ने गिरफ्तार किया है। कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर सी.बी.आई. ने इससे पहले 21 सितम्बर, 2020 को भारत-बंगलादेश सीमा पर अवैध तरीके से मवेशियों की तस्करी के मामले में कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसके बाद सी.बी.आई. ने इस मामले के सरगना मोहम्मद इनामुल हक को नवंबर 2020 में नई दिल्ली से गिरफ्तार किया।

 

शारदा चिटफंड घोटाला

शारदा चिटफंड मामला पश्चिम बंगाल का एक बड़ा घोटाला है। 2006 में सुदीप्त सेन ने शारदा ग्रुप की स्थापना की थी। उन्हें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का करीबी बताया जाता है। 4 साल में इस कंपनी ने करीब 40 हजार करोड़ रुपए की कमाई की थी। करीब 2500 करोड़ रुपए का घोटाला होने का अनुमान है।
इस घोटाले में तृणमूल कांग्रेस से 2 बार सांसद रहे कुणाल घोष और श्रीनजाय बोस, बंगाल के पूर्व डी.जी.पी. रजत मजूमदार, फुटबॉल क्लब के देबब्रता सरकार को गिरफ्तार किया गया। शारदा घोटाले की जांच के लिए गठित एस.आई.टी. टीम को लीड कर रहे राजीव कुमार पर यह आरोप लगे कि कुछ बड़े लोगों को बचाने के लिए जरूरी दस्तावेज के साथ छेड़छाड़ की गई थी।

 

रोज वैली घोटाला

कोलकाता की रोज वैली कंपनी ने 464 करोड़ रुपए का चिटफंड घोटाला किया। सी.बी.आई. ने करोड़ों रुपए के चिटफंड घोटाले के सिलसिले में, रोज वैली समूह के प्रमुख गौतम कुंडु की पत्नी शुभ्रा कुंडु को शुक्रवार को गिरफ्तार किया। रोज वैली समूह ने हजारों लोगों को निवेश पर अच्छा लाभ देने का झांसा लेकर उनका धन कथित तौर पर हड़प लिया। सी.बी.आई. के सूत्रों के अनुसार रोज वैली समूह ने इन योजनाओं के तहत निवेशकों से 12,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि एकत्र की है।

 

नारदा स्टिंग आप्रेशन

पश्चिम बंगाल में 2016 मे नारदा स्टिंग आप्रेशन सामने आया। नारदा स्टिंग आप्रेशन नारदा न्यूज के संस्थापक मैथ्यू सैमुअल ने पश्चिम बंगाल में 2 साल से अधिक समय तक चलाया था। सैमुअल ने एक काल्पनिक कंपनी बनाई और कई टी.एम.सी. मंत्रियों, सांसदों और नेताओं से मदद के लिए संपर्क किया। उनमें से कइयों को टी.वी. फुटेज में पैसे लेते हुए पाया गया। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नारदा स्टिंग मामले के चार्जशीट में तृणमूल कांग्रेस के 4 नेताओं-फिरहाद हकीम, मदन मित्रा, सुब्रत मुखर्जी, सोवन चटर्जी का नाम शामिल है।


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Content Writer

Seema Sharma

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