महाराष्ट्रः दरे में सीएम एकनाथ शिंदे ने लगाए बांस, गिनाईं खूबियां
punjabkesari.in Saturday, Nov 04, 2023 - 09:02 PM (IST)

सातारा(जिमाका): पर्यावरण का संतुलन बनाएं रखने के लिए और किसानों को गारंटी शुदा उत्पादन मिल सकें, इसके लिए राज्य शासन ने बांस के रोपण की योजना शुरू की है। बांस से अनेक उत्पाद प्राप्त किये जा सकते है, जिससे किसानों को अधिक लाभ होगा। इसलिए राज्य के किसानों से समूह खेती के माध्यम ज्यादा से ज्यादा बांस लगाने की अपील मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की। मुख्यमंत्री श्री शिंदे के हाथों बांस का रोपण किया गया, इस अवसर पर वें बोल रहे थे। इस दौरान कृषि मूल्य समिति के अध्यक्ष पाशा पटेल, जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी, पुलिस अधीक्षक समीर शेख समेत प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।
बांस यह किसानों के लिए बहुद्देशीय उपयोगी फसल होने की बात कहते हुए मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने कहा कि किसानों को बांस लगाने से या इसकी खेती करने से अतिरिक्त कारोबार मिलें, इसके लिए शासन स्तर पर प्रयास किये जा रहे है। गन्ने की फसल से साधारणतः प्रति हेक्टयर उत्पादन 100 टन व दाम प्रति टन कम से कम 2500 रुपये मिलता है। वहीँ बांस के खेती से कम से कम हेक्टेयर उत्पादन 100 टन और दाम प्रति टन कम से कम 4000 रुपये मिलता है। इससे किसान आर्थिक रूप से सक्षम होंगे।
इसके अलावा तीसरे साल से ही बांस का उत्पादन शुरू होता है। मृदा अपरदन और जल संरक्षण भी होता है। कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए बांस से इथेनॉल का निर्माण भी किया जाता है। 1 हेक्टेयर गन्ना लगाने पर 2 करोड़ लीटर पानी लगता है और 1 टन गन्ना पिराई किया तब 80 लीटर इॅथेनॉल निकालता है। वहीँ 1 हेक्टेयर बांस लगाने पर उसे 20 लाख लीटर पानी लगता है और 1 टन बांस से 400 लीटर इथेनॉल निकलता है। प्रति एकड 40 टन उत्पादन मिलता है। साथ ही बांस एक साल में 320 किलो ऑक्सिजन हवां में छोड़ता है। एक एकड क्षेत्र से औसतन 60 टन ऑक्सिजन तैयार होता है। उसी तरह एक हेक्टेयर क्षेत्र से तक़रीबन 200 टन इतना र्काबन डायऑक्साईड हवां से बांस के द्वारा अवशोषित किया जाता है। बांस की फसल लगाने से तापमान कम करने के भी मदद होगी। कंदाटी घाटी (खोऱ्यातील) के युवाओं को रोजगार मिलें, इसके लिए बांस से उत्पादन करनेवाले उद्योगों का निर्माण किया जाएगा। साथ ही शहरी क्षेत्र के बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए शहरों में बांस का पार्क का निर्माण किये जाने का विचार होने की बात मुख्यमंत्री शिंदे ने इस अवसर पर कही।
पर्यटन वृद्धि के लिए कोयना जलाशय में जल पर्यटन को अनुमति
पर्यटन वृद्धि के लिए कोयना जलाशय में जल पर्यटन को अनुमति दी गई है। जिसके अंतर्गत मुनावळे, त। जावली में 45 करोड़ रुपये की परियोजना का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें स्कुबा डायव्हिंग, प्यॅरा ग्लायडिंग, स्पीड बोट, साहसी जल क्रीडा का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही पर्यटकों को बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे स्थानीय लोगों को गाँव में ही रोजगार उपलब्ध होगा। इस अवसर पर जिलाधिकारी श्री डूडी ने आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निर्माण के संदर्भ में जानकारी दी। इस माध्यम से ग्रामीण जनता को स्थानीय स्तर पर अच्छी स्वास्थ सुविधाएं उपलब्ध होगी। इसके लिए सरकारी स्तर से आवश्यक वह निधि भी दिया जाएगा।