जिम से साधना तकः महाकुंभ 2025 में रूस से आए 7 फुट लंबे 'मस्कुलर बाबा', Video देख हो जाएंगे मंत्रमुग्ध
punjabkesari.in Saturday, Jan 18, 2025 - 04:23 PM (IST)
International Desk: महाकुंभ 2025 में इस बार संगम के तट पर अद्भुत दृश्य देखने को मिला। रूस से आए 7 फुट लंबे, दमदार मसल्स वाले 'मस्कुलर बाबा' ने अपनी मौजूदगी से सभी का ध्यान आकर्षित किया। उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, और लोग उनकी गहरी आस्था व भारतीय संस्कृति के प्रति समर्पण को लेकर चर्चा कर रहे हैं। इस बाबा का नाम आत्मा प्रेम गिरि महाराज है। बताया जा रहा है कि उन्होंने पिछले 30 सालों से हिंदू धर्म को अपनाया हुआ है। पहले एक शिक्षक रह चुके आत्मा प्रेम गिरि महाराज ने अपनी नौकरी छोड़कर आध्यात्मिक जीवन का रास्ता चुना।
यह महाकुम्भ सनातन है, हिन्दुत्व का जीवंत रूप है. 7 फुट लंबे एक योद्धा जैसे तेजोमय शारीरिक बनावट वाले यह तपस्वी आत्म प्रेम गिरि हैं. यह महात्मन इस महाकुंभ में अपने तेज और कद-काठी के चलते सुर्खियां बटोर रहे हैं इन #महात्मन की जन्म स्थान रूस है
🙏 सनतन धर्म की जय हो 🙏 pic.twitter.com/Cw6K0yHMhc
— Rahul(सनातनी हिंदू 🚩) (@RahulKu27221349) January 18, 2025
वे नेपाल में निवास करते हैं और जूना अखाड़ा से जुड़े हुए हैं। बाबा का कहना है कि उन्होंने अपना जीवन हिंदू धर्म और सनातन संस्कृति के प्रचार के लिए समर्पित कर दिया है। महाकुंभ में उनकी तस्वीर तब वायरल हुई जब एक श्रद्धालु ने इसे सोशल मीडिया पर साझा किया। तस्वीर में उनकी चमचमाती आभा और गले में डाली गई रुद्राक्ष की मालाएं दिखाई देती हैं। पोस्ट के कमेंट सेक्शन में लोग 'हर-हर महादेव' और 'जय शिव शंकर' जैसे जयकारे लगाकर बाबा की प्रशंसा कर रहे हैं।
अन्य चर्चित बाबा और साधु
महाकुंभ 2025 में आत्मा प्रेम गिरि महाराज के अलावा और भी कई खास साधु-संत पहुंचे हैं। इनमें हरियाणा के 'IIT बाबा' का नाम भी शामिल है, जिन्होंने IIT की पढ़ाई के बाद अध्यात्म की राह चुनी। सोशल मीडिया पर वे महाकुंभ से जुड़े अपने अनुभव साझा कर रहे हैं। हालांकि, उनके एक बयान—‘मां-बाप भगवान नहीं होते’ के कारण उन्हें आलोचना का भी सामना करना पड़ा है। इसके अलावा, महाकुंभ में 'कबूतर वाला बाबा' भी काफी लोकप्रिय हो रहे हैं। उनके सिर पर हमेशा एक कबूतर बैठा रहता है, जो लोगों का ध्यान खींच रहा है। महाकुंभ में ऐसे कई अनोखे साधु-संत अपनी विशिष्ट पहचान के साथ श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रहे हैं।
महाकुंभ की शोभा और विदेशी श्रद्धालु
महाकुंभ 2025 में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर अब तक लाखों श्रद्धालु पुण्य स्नान कर चुके हैं। इस बार संगम पर 40 करोड़ से अधिक लोगों के आने की संभावना है। विदेशी श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में यहां पहुंचे हैं, जो भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म की ऊर्जा को महसूस कर रहे हैं। महाकुंभ 2025 न केवल आस्था का केंद्र बना है, बल्कि यह विविध संस्कृतियों और आध्यात्मिकता का संगम भी साबित हो रहा है।