माता वैष्णो देवी के साथ अब अर्धकुंवारी देवी के भी दर्शन होंगे आसान, मिलेगी आरती की टिकट और पंचमेवा प्रसाद

punjabkesari.in Friday, Jul 19, 2024 - 12:37 PM (IST)

नेशनल डेस्क:  अगर आप भी मां वैष्णो देवी जाने का प्लान बना रहे है और ऐसे में आप भी अर्धकुवारी जी गर्भजून गुफा के दर्शन करना चाहते है वो भी 48 घंटे की वेटिंग के बिना तो आपको इसके में बारे में विस्तार से बताते है। बता दें कि  इसके लिए आपको  https://www.maavaishnodevi.org/  की साइट जहां से आपको गर्भजून गुफा की आरती की टिकट बुकिंग करनी होगी जिसकी टिकट का शुल्क 300 रुपए होगा जिसमे आपको गर्भजून की आरती पंचमेवा प्रसाद और अच्छी तरह गर्भजून गुफा के दर्शन कराएं जाएंगे।

अर्धकुवारी गर्भजून गुफा के दर्शन करने के लिए निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करना होता है:

1. पंजीकरण:
ऑनलाइन पंजीकरण:
वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट (www.maavaishnodevi.org) पर जाकर आप ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपको गुफा में प्रवेश के लिए स्लॉट मिल सके, यात्रा से पहले पंजीकरण करें।

यात्रा पर्ची: यात्रा शुरू करने से पहले कटरा में यात्रा पर्ची काउंटर पर पंजीकरण करें। यह पर्ची यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालुओं के पास होनी चाहिए।

2. यात्रा की तैयारी:
पैदल यात्रा:
अर्धकुवारी गुफा तक पहुँचने के लिए आप कटरा से 6 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर सकते हैं। यह यात्रा दुर्गम हो सकती है, इसलिए उचित जूते और आरामदायक कपड़े पहनें।

खच्चर और पालकी: यदि आप पैदल यात्रा करने में असमर्थ हैं, तो खच्चर या पालकी की व्यवस्था भी की जा सकती है।

3. गुफा के पास पहुंचना:
लॉकर सुविधा: अर्धकुवारी गुफा के पास पहुँचने के बाद, अपने सामान को सुरक्षित रखने के लिए लॉकर सुविधा का उपयोग करें।

पंक्ति में लगना: गुफा के दर्शन के लिए निर्धारित पंक्ति में लगें। श्रद्धालुओं को गुफा में प्रवेश करने के लिए अनुशासन और नियमों का पालन करना होता है।

4. दर्शन करना:
गर्भजून गुफा: गर्भजून गुफा एक संकरी और ऐतिहासिक गुफा है जहां भक्तों को कष्टों से मुक्ति मिलती है। गुफा में प्रवेश करने से पहले स्थानीय पुजारी से दर्शन प्रक्रिया की जानकारी लें।

नियम और निर्देश: गुफा में दर्शन करते समय किसी भी निर्देश का पालन करें, जैसे कि गुफा में प्रवेश करते समय अपना सिर झुकाना और अंदर शांत रहना।

5. अन्य ध्यान देने योग्य बातें:
स्वास्थ्य की स्थिति: अगर आपकी स्वास्थ्य स्थिति सही नहीं है तो गर्भजून गुफा में प्रवेश से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

सुरक्षा: गुफा के अंदर सतर्क रहें और किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा कर्मियों के निर्देशों का पालन करें।

जानें...वैष्णो देवी की रहस्यमयी गर्भजून गुफा के बारे में
पौराणिक कथा  के अनुसार, गर्भजून गुफा का महत्व गर्भजून गुफा का नाम "गर्भ" (गर्भ) और "जून" (गर्भाशय) से लिया गया है, जिसका अर्थ है 'गर्भ का रूप'। यह गुफा माता वैष्णो देवी के 9 महीने की तपस्या के लिए प्रसिद्ध है। ऐसा माना जाता है कि माता वैष्णो देवी ने भैरवनाथ से छिपने के लिए इस गुफा का उपयोग किया था।

गुफा की संरचना
गर्भजून गुफा बहुत संकरी और लंबी है, जिसमें प्रवेश करने के लिए भक्तों को झुककर और कभी-कभी रेंगकर जाना पड़ता है। यह गुफा एक प्रकार का प्रतीक है जो भक्तों को पुनर्जन्म का अनुभव कराता है। गुफा के भीतर की यात्रा एक आध्यात्मिक और शारीरिक दोनों ही तरह की चुनौती होती है, जो भक्तों को उनकी भक्ति की गहराई और विश्वास का परीक्षण करने का मौका देती है।


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Content Writer

Anu Malhotra

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