होली पर चंद्रग्रहण...भूलकर भी न करें ये गलती, नहीं तो भारी नुकसान तय!

punjabkesari.in Wednesday, Mar 12, 2025 - 10:44 PM (IST)

नेशनल डेस्कः 14 मार्च, 2025 को साल का पहला पूर्ण चंद्र ग्रहण (टोटल लूनर एक्लिप्स) होगा, लेकिन यह भारत में दिखाई नहीं देगा। चंद्र ग्रहण के दौरान सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध में आकर चंद्रमा पर अपनी छाया डालते हैं, जिससे चंद्रमा लालिमा (ब्लड मून) दिखने लगता है। यह घटना खगोलीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है और ज्योतिष तथा आध्यात्मिक दृष्टि से भी खास मानी जाती है। हालांकि, यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, लेकिन इसका प्रभाव कुछ धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताओं पर पड़ सकता है। 

चंद्र ग्रहण क्या है? 
चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है। चंद्र ग्रहण को लेकर कई धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताएं हैं। खासकर होली के दिन होने वाला पूर्ण चंद्र ग्रहण एक दुर्लभ खगोलीय घटना है, जिसमें चंद्रमा लाल रंग का दिखता है। इस प्रकार के ग्रहण को "ब्लड मून" भी कहा जाता है। इस ग्रहण को ज्योतिष के अनुसार शुभ और अशुभ दोनों प्रकार से देखा जाता है। 

क्या भारत में दिखेगा चंद्र ग्रहण? 
यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, क्योंकि ग्रहण का मुख्य क्षेत्र भारत से बाहर होगा। चंद्र ग्रहण का समय सुबह 9:30 बजे से लेकर दोपहर 3:30 बजे तक रहेगा, लेकिन भारत में यह दृश्य नहीं होगा। इसलिए, सूतक काल (ग्रहण के पहले और बाद की अवधि) भी मान्य नहीं होगा, और लोग अपनी सामान्य दिनचर्या को जारी रख सकते हैं।

ग्रहण के दौरान क्या न करें?

  1. मूर्ति का स्पर्श न करें: चंद्र ग्रहण के दौरान देवी-देवताओं की मूर्तियों को स्पर्श करना या उनका ध्यान करना अशुभ माना जाता है।

  2. तुलसी का पौधा न छुएं: ग्रहण के दौरान तुलसी का पौधा न छूना चाहिए और इसके पत्तों को तोड़ने से बचना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।

  3. नकारात्मक स्थानों पर न जाएं: श्मशान घाट या किसी अन्य नकारात्मक स्थान पर जाने से बचना चाहिए, क्योंकि ग्रहण के समय वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक होता है।

  4. गर्भवती महिलाओं को सतर्कता बरतनी चाहिए: गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय घर के अंदर रहना चाहिए और तेज धार वाले उपकरणों जैसे चाकू या कैंची का उपयोग नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, ग्रहण के दौरान पकाए गए भोजन को न खाना चाहिए, क्योंकि ग्रहण के दौरान भोजन में नकारात्मक ऊर्जा आ सकती है।

ग्रहण के दौरान क्या करें?

  1. गर्भवती महिलाएं सावधानी बरतें: गर्भवती महिलाओं को अपने पास एक श्रीफल (नारियल) रखना चाहिए और ग्रहण समाप्त होने के बाद इसे बहते जल में प्रवाहित कर देना चाहिए। इसके अलावा, पेट पर गेरू (सिंदूर) लगाने से भी नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सकता है।

  2. मंत्र जाप करें: भगवान विष्णु और भगवान शिव के मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है। विशेष रूप से विष्णु और शिव के बीज मंत्रों का जाप लाभकारी होता है।

  3. तुलसी के पत्ते डालें: ग्रहण के दौरान खाने-पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालना शुभ माना जाता है। यह ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों को कम करता है।

  4. ध्यान और पूजा करें: ग्रहण के समय ध्यान लगाना और पूजा में समय बिताना लाभकारी हो सकता है।

  5. स्नान करें: ग्रहण के पहले और बाद में स्नान करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और शुद्धता बनी रहती है।

क्या चंद्र ग्रहण का असर होली पर पड़ेगा? 
चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए होली के त्योहार पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। होली मुख्य रूप से दिन में मनाई जाती है, और ग्रहण के दौरान कोई विशेष प्रभाव नहीं होता, क्योंकि यह ग्रहण दिन के पहले हिस्से में रहेगा। अतः लोग अपनी परंपरा और सुविधानुसार होली का उत्सव धूमधाम से मना सकते हैं।


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Content Writer

Pardeep

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