प्लेटफॉर्म पर बैठा था चुपचाप, GRP ने कहा- झोला दिखाओ, खुलते ही आई बदबू… फिर जो निकला उसने सबको चौंका दिया
punjabkesari.in Thursday, Jul 17, 2025 - 08:47 AM (IST)

नेशनल डेस्क: लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन पर एक साधारण गश्त के दौरान जीआरपी (Government Railway Police) के जवानों ने सतर्कता दिखाते हुए एक ऐसे शख्स को पकड़ा, जो चोरी की वारदातों को अंजाम देने के बाद बड़ी चालाकी से खुद को एक आम यात्री की तरह पेश कर रहा था। लेकिन उसकी हाव-भाव और झोले की बदबू ने उसे पकड़वा दिया और एक बार फिर साबित कर दिया कि सुरक्षा बलों की पैनी निगाहों से अपराधी ज्यादा देर तक नहीं बच सकते।
प्लेटफार्म पर बैठा संदिग्ध, झोले से उठी बदबू बनी गिरफ्तारी की वजह
चारबाग रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा के तहत चल रहे विशेष अभियान के दौरान प्लेटफॉर्म नंबर 08/09 के पूर्वी छोर पर तैनात जीआरपी जवानों की नजर एक संदिग्ध यात्री पर पड़ी। वह शख्स प्लेटफॉर्म पर चुपचाप बैठा था और जब जवान उसके पास पहुंचे तो वह घबरा गया। पूछताछ पर उसने पहले जल्दी में होने की बात कही और दावा किया कि उसकी ट्रेन आ चुकी है।
जवानों ने जब बताया कि स्टेशन पर इस वक्त कोई नई ट्रेन नहीं आई है और उससे झोला दिखाने को कहा, तो उसने टालने की कोशिश की और कहा, "साहब, झोले में गंदे कपड़े हैं।" लेकिन जवानों ने जबरन झोला खुलवाया, तो पसीने की बदबू के साथ गंदे कपड़े भी निकले। झोले को पलटने पर नीचे छिपा एक चोरी का मोबाइल फोन और ₹15,000 नकद बरामद हुए।
आरोपी की पहचान और खुलासे
जवानों ने तुरंत ही संदिग्ध को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की। उसने अपना नाम मोहम्मद रिजवान, निवासी जेजे कॉलोनी, बवाना, नॉर्थ वेस्ट दिल्ली बताया। पूछताछ के दौरान रिजवान ने कबूला कि बरामद किया गया मोबाइल फोन उसने 3-4 महीने पहले चारबाग स्टेशन पर एक चलती ट्रेन से चुराया था और अब उसे बेचने के लिए वापस लखनऊ आया था।
इतना ही नहीं, उसने यह भी बताया कि करीब एक महीने पहले जयनगर क्लोन एक्सप्रेस के एसी कोच से एक यात्री का बैग चोरी किया था, जिसमें नकद रुपये मौजूद थे। वह पैसे खर्च हो चुके हैं, लेकिन मोबाइल अभी तक उसके पास था।
कबूलनामे में और भी चौंकाने वाली बातें
जीआरपी के अधिकारियों के अनुसार, रिजवान ने पूछताछ में यह भी बताया कि वह अक्सर ट्रेनों में सफर कर रहे या स्टेशन पर सोते हुए यात्रियों का सामान चोरी करता है। उसका मुख्य टारगेट वे यात्री होते हैं जो ट्रेन में चढ़ते या उतरते वक्त लापरवाही दिखाते हैं। चोरी किया गया सामान वह आम लोगों को औने-पौने दामों में बेच देता है।
जेल भेजा गया आरोपी, सुरक्षा अभियान जारी
पूरे घटनाक्रम के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया है। जीआरपी के अधिकारियों ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर चोरी, लूट, नशाखोरी और तस्करी की घटनाओं को रोकने के लिए लगातार निगरानी अभियान चलाया जा रहा है।