लोकसभा-राज्यसभा कल तक के लिए स्थगित, खड़गे बोले- भाजपा लोकतंत्र को कुचल रही है
punjabkesari.in Monday, Mar 13, 2023 - 03:51 PM (IST)

नेशनल डेस्कः कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र के बारे में लंदन में दिए गए एक बयान को लेकर राज्यसभा में सोमवार को सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप और हंगामे के कारण सदन की बैठक पूरे दिन बाधित रही। सत्ता पक्ष ने जहां कांग्रेस नेता से इस बयान के लिए देश से माफी मांगने को कहा वहीं विपक्ष ने परंपराओं का हवाला देते हुए इस बात पर आपत्ति जताई कि अन्य सदन के किसी सदस्य के बयान को उच्च सदन में नहीं उठाया जा सकता। बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले ही दिन उच्च सदन में हंगामे के कारण कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद दोपहर दो बजकर करीब 15 मिनट पर पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। सदन में प्रश्न काल और शून्यकाल भी हंगामे की भेंट चढ़ गए।
लोकसभा की कार्यवाही जब एक बार के स्थगन के बाद दिन में दो बजे फिर से शुरू हुई तो सदन में व्यवधान बना रहा। सत्तापक्ष के सदस्य ‘राहुल गांधी माफी मांगो' और विपक्षी सदस्य ‘वी वांट जेपीसी' के नारे लगाते सुने गए। सदन में शोर-शराबे के बीच ही सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने पलट पर आवश्यक कागजात रखवाए। अग्रवाल ने विपक्षी सदस्यों से सदन चलने देने की अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘सभी विषयों पर चर्चा होगी। कृपया बैठ जाइए।'' हंगामा नहीं थमने पर अग्रवाल ने अपराह्न करीब दो बजकर 10 मिनट पर सदन की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
गोयल ने राज्यसभा में उठाया मुद्दा
सुबह बैठक शुरू होने के कुछ ही समय बाद सदन के नेता पीयूष गोयल ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा कि विपक्ष के एक नेता ने विदेशी धरती से ‘‘शर्मनाक तरीके'' से भारत के लोकतंत्र के बारे में ‘‘अनाप-शनाप'' बातें की हैं। गोयल ने कहा कि कांग्रेस नेता ने विदेशी धरती पर कहा कि अमेरिका और यूरोप के देश भारत में आकर यहां के लोकतंत्र में हस्तक्षेप करें। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति की पूरे सदन द्वारा घोर निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि विपक्ष के एक नेता का यह बयान ऐसे समय आया है जबकि भारत को जी20 की अध्यक्षता मिली हुई है और पूरे विश्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा कि यहां तक कि इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी विश्व के सबसे लोकप्रिय नेता हैं और पूरा विश्व उनकी तरफ इस आकर्षण से देख रहा है कि वह दुनिया की समस्याओं का समाधान करने में मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘विपक्षी नेता ने भारत, भारत की सेना, भारत के लोकतंत्र, मीडिया, न्यायपालिका, निर्वाचन आयोग का अपमान किया है। उन्होंने लोकतंत्र को चोट पहुंचाई है।''
खरगे ने किया पलटवार
खरगे ने आसन से मांग की कि सदन के नेता गोयल ने आज इस सिलसिले में जो कुछ भी कहा है, उसे सदन की कार्यवाही से निकाला जाना चाहिए। इस पर गोयल ने कहा कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है और मात्र कांग्रेस के एक नेता कहकर अपनी बात रखी है। कांग्रेस के दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह सदन में पहली बार यह देख रहे हैं कि सत्ता पक्ष सदन को नहीं चलने दे रहा है। उन्होंने कहा कि सदन को चलाने की जिम्मेदारी सत्ता पक्ष की होती है। भारत राष्ट्र समिति नेता केशव राव ने कहा, ‘‘हम में से कई संसद सदस्य विदेशी विश्वविद्यालयों में जाते हैं और वहां जाकर, जो सत्य होता है, उसे बोलते हैं।'' उन्होंने सवाल किया कि क्या जो सत्य है, उसे बोलना गलत है?
सभापति धनखड़ ने दोनों पक्षों के नेताओं की बातें सुनकर कहा कि सदन के नेता ने किसी का नाम नहीं लिया है। उनके इतना कहते ही विपक्ष के सदस्यों द्वारा फिर से हंगामा शुरू कर दिया गया। इसके बाद सभापति ने दोपहर दो बजकर करीब 15 मिनट पर बैठक को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि वह मंगलवार को इस मामले में अपनी व्यवस्था देंगे। राहुल ने ब्रिटेन के मशहूर शिक्षण संस्थान कैंब्रिज विश्वविद्यालय में दिए व्याख्यान में यह आरोप लगाया था कि भारत में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और प्रधानमंत्री मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं।