11 साल पहले रेल मंत्री रहे लालू ने ऐसे दिया घोटालों को अंजाम

punjabkesari.in Friday, Jul 07, 2017 - 01:38 PM (IST)

नई दिल्ली: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार एक बार फिर मुश्किलों के घेरे में हैं। सीबीआई ने साल 2006 में रेलवे का होटल निजी कंपनी को देने के मामले में लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी यादव, बेटे समेत कई अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है। लालू के दिल्ली, पटना, रांची, पुरी और गुरुग्राम समेत 12 ठिकानों पर छापेमारी की गई। लालू पर आरोप है कि वर्ष 2006 में जब वह यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे तब रेल मंत्रालय ने रांची एवं पुरी के ऐतिहासिक होटल बीएनआर को लीज पर देने का निर्णय लिया।

राज्य सरकार को नहीं मिली पूरी कीमत
इस लीज के लिए रांची के कुछ होटल व्यवसाइयों के अलावा लालू प्रसाद के निकट के सहयोगी एवं झारखंड से राज्यसभा के सांसद प्रेमचंद गुप्ता की कंपनी दोनों होटलों को लेने में सफल रहे और रांची के बीएनआर होटल को पटना के प्रसिद्ध होटल चाणक्य के संचालक हर्ष कोचर को 60 साल के लिए लीज पर मिल गया। आरोप है कि इन दोनों होटलों को लीज पर देने की जितनी कीमत राज्य सरकार को मिलनी चाहिए वह नहीं मिली। इस मामले में लालू का कहना है कि रेलवे ने नियम के तहत इन होटलों को लीज पर दिया था और इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है। 

लालू परिवार की कंपनी को ट्रांसफर की गई जमीन
पुरी में बीएनआर होटल बहुत बड़े इलाके में फैला हुआ था अब उसकी तस्वीर बदल दी गई। यह आरोप भी है कि प्राइवेट कंपनी को फायदा पहुंचाने के बदले में लालू और उनके परिवार को एक जमीन दी गई। पहले ये जमीन मिसिज डिलाईट मार्र्कीेटिंग कंपनी प्राइवेट लिमिटेड ने ली। यह स्थानांतरण भी बेहद कम कीमत पर किया गया जहां सर्कल रेट के अनुसार भूमि की कीमत 32 करोड़ रुपए थी उसे लारा प्रोजेक्ट्स को करीब 65 लाख रपए में स्थानांतरित किया गया। जब लालू रेल मंत्री नहीं थे तब साल 2010 से 2017 के बीच में ये जमीन उनके परिवार की कंपनी लारा प्रोजेक्टस में ट्रांसफर कर दी गई।  यह ट्रांसफर भी बेहद कम कीमत पर किया गया, जहां सर्कल रेट के मुताबिक जमीन की कीमत 32 करोड़ रुपए थी उसे लारा प्रोजेक्ट्स को करीब 65 लाख रुपए में स्थानांतरित किया गया। 


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