'हमे बहुत गर्व महसूस हो रहा', जानें चंद्रयान-3 में शामिल महिला वैज्ञानिकों ने पीएम मोदी के लिए क्या कहा
punjabkesari.in Saturday, Aug 26, 2023 - 01:55 PM (IST)

नेशनल डेस्क: पीएम मोदी शनिवार को भारत के चंद्र मिशन की सफल उपलब्धि के लिए जिम्मेदार भारतीय अनुसंधान और अंतरिक्ष संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों से मिलने के लिए बेंगलुरु पहुंचे। इस दौरान इसरो में काम करने वाली कई महिला वैज्ञानिकों को पीएम मोदी के साथ बातचीत करने का मौका मिला। वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्रज्ञान मॉड्यूल की टीम की सदस्य रीमा घोष ने एएनआई से पीएम मोदी के साथ बातचीत के अपने अनुभव के बारे में बात की।
पीएम मोदी ने हमार प्रयासों की सराहना की- रीमा घोष
रीमा घोष ने कहा, "यह अद्भुत था। पीएम मोदी ने हमसे मुलाकात की। उन्होंने हमारा समर्थन किया और हमें बताया कि आकाश कोई सीमा नहीं है। हमारे प्रधान मंत्री ने हमारे प्रयासों और बलिदानों की सराहना करने में इतना समय लिया।" इसरो की भविष्य की योजनाओं पर बोलते हुए उन्होंने कहा, "निश्चित रूप से हम कुछ और बेहतर लेकर आएंगे। हम आदित्य-एल1 (इसरो का सौर मिशन) लॉन्च होने से बहुत उत्साहित हैं। हम और अधिक चुनौतीपूर्ण मिशनों को अपनाएंगे।" पीएम मोदी ने इसरो की महिला वैज्ञानिकों के साथ बातचीत की जो 'चंद्रयान -3' परियोजना में शामिल थीं और भारत के पहले चंद्र लैंडिंग मिशन के सफल समापन में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की।
हम सभी के लिए एक सुखद क्षण था
इसरो की एक अन्य वरिष्ठ वैज्ञानिक निधि पोरवाल ने एएनआई को बताया, "यह हमेशा अच्छा होता है जब परिवार का मुखिया आता है और हमारी सराहना करता है। यह हम सभी के लिए खुशी की बात है। हमारे पास इसरो में 20-25% महिलाएं हैं। यह वास्तव में है हर क्षेत्र में आने वाली महिलाओं के लिए अच्छा है।" एक वरिष्ठ वैज्ञानिक डैफिनी ने बताया, "यह हम सभी के लिए एक सुखद क्षण था। उन्होंने सभी महिला वैज्ञानिकों से बात की। निश्चित रूप से, ऐसे पुरुष भी थे जो मिशन को पूरा करने के लिए हमारे साथ चले।"
हमे बहुत गर्व महसूस हो रहा है
अन्य वैज्ञानिक रेड्डी सरिता ने पीएम के साथ संवाद करने के अपने अनुभव को साझा करते हुए एएनआई से बात की। उन्होंने कहा कि, हमे बहुत गर्व महसूस हो रहा है। यह हम सभी के लिए एक अच्छा अनुभव रहा था। "हम बेहद उत्साहित हैं। हमें लगा कि हमारी उपलब्धियों को मान्यता दी जा रही है। हम पीएम मोदी से मिलने के लिए बेहद उत्साहित हैं। हमारा उत्साह ऊंचा है...यह अच्छा है कि हमारे पीएम 'नारी शक्ति' को पहचान रहे हैं और प्रोत्साहित कर रहे हैं। यह एक प्रेरणा है।" हमें", इसरो वैज्ञानिक प्रियंका मिश्रा ने एएनआई से बात करते हुए कहा।
गगनयान मिशन के लिए काम करने वाले वैज्ञानिक पीएल आर्थी सेन ने एएनआई को बताया कि चंद्रयान मिशन गगनयान के लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है। गगनयान मिशन पर बोलते हुए सेन ने कहा, "चंद्रयान-3 गगनयान के लिए सबसे बड़ी प्रेरणा है, हम तैयार हैं...गगनयान के लिए हमारा काम चल रहा है। मार्क 3 पूरी तरह तैयार है...गगनयान के नतीजे जल्द ही देखे जा सकते हैं।" हमें मार्क 3 को और अधिक शक्तिशाली बनाने की जरूरत है और प्रक्रिया जारी है। लगभग सभी सिस्टम विकसित हो चुके हैं। हम गगनयान के लिए भी सभी का समर्थन चाहते हैं।''
टचडाउन स्पॉट को 'शिवशक्ति' बिंदु के रूप में जाना जाएगा
बेंगलुरु में इसरो के टेलीमेट्री ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क मिशन कंट्रोल कॉम्प्लेक्स में वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर के टचडाउन स्पॉट को 'शिवशक्ति' बिंदु के रूप में जाना जाएगा, जबकि चंद्रयान-2 चंद्र लैंडिंग बिंदु को 'तिरंगा' बिंदु कहा जाएगा। पीएम मोदी ने 23 अगस्त (वह दिन जब चंद्रयान -3 सफल हुआ) को 'राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस' के रूप में भी घोषित किया। भारत ने बुधवार शाम को एक बड़ी छलांग लगाई जब चंद्रयान-3 लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक उतरा, जिससे यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करने वाला पहला देश बन गया। भारत अमेरिका, चीन और रूस के बाद चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने वाला चौथा देश बन गया।