X, Y, Z,Z+ सिक्योरिटी होती है क्या, SPG सुरक्षा से कैसे है अलग,जानिए

punjabkesari.in Friday, Nov 08, 2019 - 06:09 PM (IST)

नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने गांधी परिवार के सदस्यों सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा में लगे विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) को हटाने का निर्णय लिया है और अब उन्हें केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के कमांडों की निगरानी में जैड प्लस सुरक्षा दी जाएगी। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने आज यहां बताया कि गांधी परिवार के सदस्यों की सुरक्षा व्यवस्था और उनकी जान को खतरे की समीक्षा के आधार पर यह निर्णय लिया गया है।

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उन्होंने बताया कि अब गांधी परिवार के सदस्यों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआरपीएफ के कमांडो दस्ते को सौंपी जाएगी और उन्हें जैड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी। उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की प्रधानमंत्री रहते हुए हत्या की गई थी। एसपीजी का गठन प्रधानमंत्री, पूर्व प्रधानमंत्रियों और उनके परिवारों की सुरक्षा के लिए विशेष बल के तौर पर किया गया था। एसपीजी में लगभग 3000 अधिकारी हैं। इस निर्णय के लागू होने के बाद एसपीजी के पास संभवत केवल प्रधानमंत्री की सुरक्षा की जिम्मेदारी बच जाएंगी। गृह मंत्रालय ने हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की एसपीजी सुरक्षा वापस लेकर उन्हें जैड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी थी।


क्या है Z सिक्योरिटी

Z+ सिक्योरिटी, Z सिक्योरिटी, Y सिक्योरिटी जैसी श्रेणियों के बारे में भी सुना होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये श्रेणियां वास्तव में होती क्या हैं और किस आधार पर सुरक्षा प्रदान की जाती है? अगर नही तो हम आज आपको बताते हैं कि सुरक्षा के पैमाने क्या होते है और इन्हे किन श्रेणियों में बांटा गया है।

 

X लेवल सिक्योरिटी:

X सिक्योरिटी सबसे बेसिक लेवल का प्रोटेक्शन है। इसमें एक पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर यानि पीएसओ सहित केवल 2 सुरक्षाकर्मी होते हैं, जिनमें कमांडो को शामिल नहीं किया जाता है।

 

Y लेवल सिक्योरिटी:

Y कैटगरी की सुरक्षा में सुरक्षाकर्मियों की संख्या घटकर 11 हो जाती है। इसमें दो पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर शामिल होते हैं। एक्स कैटगरी की सुरक्षा में दो सुरक्षाकर्मी प्रदान किए जाते हैं। जिसमें एक पीएसओ भी शामिल होता है।

 

Z लेवल सिक्योरिटी कैटेगरी: 

Z लेवल सिक्योरिटी की सुरक्षा में 22 सुरक्षाकर्मी होते हैं जिसमें 4 या 5 एनएसजी के कमांडो को शामिल किया जाता है। इसके अलावा इसमें ITBP, NSG या CRPF को पुलिस के जवान तैनात होते हैं। Y लेवल सिक्योरिटी में एक एस्कॉर्ट कार भी प्रोवाइड होती है।

 

Z+ कैटेगरी सिक्योरिटीः

Z+ कैटगरी की सुरक्षा देश की सबसे बड़ी सुरक्षा मानी जाती है। इसके तहत 36 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं। इसमें एनएसजी, एसपीजी कमांडो, आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान शामिल होते हैं। इस सुरक्षा में पहले घेरे की जिम्मेदारी एनएसजी और दूसरे घेरे का जिम्मा एसपीजी कमांडो के पास होता है। देश में 15 लोगों को जेड प्लस कैटगरी की सुरक्षा दी गई है।

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SPG सुरक्षा

अक्तूबर 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1985 में एसपीजी की स्थापना की गई थी। यह सुरक्षा प्रधानमंत्री, पूर्व और उनके परिवार को दिया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गांधी परिवार को एसपीजी की सुरक्षा प्राप्त है। यह सुरक्षा का सबसे ऊंचा स्तर होता है। इसमें तैनात कमांडो के पास अत्याधुनिक हथियार और संचार उपकरण होते हैं।

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किसे दी जाती है ये सिक्योरिटी?

देश के सम्मानित लोगों और पॉलिटिशियंस को जान का खतरा होने तो उसे सिक्योरिटी दी जाती है। ये सुरक्षा मिनिस्टर्स को मिलने वाली सिक्योरिटी से अलग होती है। इसमें पहले सरकार को इसके लिए एप्लीकेशन देना होता है, जिसके बाद सरकार खुफिया एजेंसीज जरिए होने वाले खतरे का अंदाजा लगाती हैं। खतरे की बात कंफर्म होने पर सुरक्षा दी जाती है।


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Seema Sharma

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