Air India Crash पर ब्रिटिश किंग चार्ल्स व क्वीन कैमिला ने कहा- "हादसे से स्तब्ध और आहत हैं", मृतकों में इन देशों के नागरिक भी शामिल
punjabkesari.in Thursday, Jun 12, 2025 - 06:57 PM (IST)

London: अहमदाबाद से लंदन जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 गुरुवार को उड़ान भरने के कुछ मिनट बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस दर्दनाक हादसे में विमान में सवार सभी 242 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 53 ब्रिटिश नागरिक भी शामिल थे। घटना के बाद ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय और रानी कैमिला ने गहरा शोक व्यक्त किया है। राजा चार्ल्स की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया, “मेरी पत्नी और मैं अहमदाबाद में हुई इस भयानक दुर्घटना से गहराई से आहत हैं। हम इस त्रासदी से प्रभावित परिवारों और देशों के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना और प्रार्थनाएं भेजते हैं।” साथ ही उन्होंने भारतीय आपातकालीन सेवाओं और बचावकर्मियों के प्रयासों की भी सराहना की।
गैटविक एयरपोर्ट (लंदन) की ओर जा रही यह उड़ान गुरुवार को दोपहर 1:40 बजे (स्थानीय समयानुसार) टेकऑफ के तुरंत बाद अहमदाबाद स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकरा गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विमान ने अचानक ऊंचाई खो दी और जलते हुए इमारत से टकरा गया। स्थानीय पुलिस प्रमुख जी.एस. मलिक ने बताया कि “हादसे में किसी के जीवित बचने की संभावना नहीं है। अब तक करीब 30 शव बरामद किए जा चुके हैं और बचाव कार्य लगातार जारी है।”
विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक सवार थे। इनमें 11 बच्चे भी थे, जिनमें दो नवजात शामिल थे। विमान में 2 पायलट और 10 केबिन क्रू भी सवार थे।
विमानन विशेषज्ञों का मानना है कि यह हादसा टेकऑफ के दौरान इंजन फेल होने या पक्षियों के टकराव से हुआ हो सकता है। पूर्व वायुसेना पायलट कर्नल जॉन डेविडसन ने कहा कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, विमान ने गति तो पकड़ ली थी लेकिन ऊंचाई नहीं ले सका। इससे अंदेशा है कि टेकऑफ के दौरान इंजन में खराबी या पक्षी टकराने की घटना हुई होगी।वहीं कैप्टन सौरभ भटनागर ने बताया कि वीडियो देखकर लगता है कि दोनों इंजन शायद एक साथ बंद हो गए हों, जो पक्षियों के टकराव से हो सकता है।
विमान का संचालन कैप्टन सुमीत सभरवाल कर रहे थे, जिनके पास 8,200 घंटे से अधिक उड़ान का अनुभव था। यह Boeing 787-8 ड्रीमलाइनर विमान था, जो 11 साल पुराना था और तकनीकी रूप से फिट माना जा रहा था।भारत सरकार और विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। विशेषज्ञ ब्लैक बॉक्स और एयर ट्रैफिक डेटा के जरिए दुर्घटना के सही कारणों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।