भारतवंशी सांसद चंद्रा आर्या ने खोली पोल- ट्रूडो के खालिस्तानी प्रेम से कनाडा के हिंदुओं पर मंडरा रहा खतरा

punjabkesari.in Thursday, Oct 17, 2024 - 04:33 PM (IST)

International Desk: कनाडा में खालिस्तानी उग्रवाद और हिंदू समुदाय पर इसके प्रभाव को लेकर भारतवंशी सांसद चंद्रा आर्या ने हाल ही में गंभीर चिंता जताई। आर्या ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्हें एडमोंटन में एक हिंदू कार्यक्रम में सुरक्षा बलों की सुरक्षा में ही हिस्सा लेना पड़ा। खालिस्तानी प्रदर्शनकारियों के विरोध के कारण, वह केवल RCMP (रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस) अधिकारियों की सुरक्षा के साथ सुरक्षित रह पाए।  आर्या ने स्पष्ट रूप से कहा कि कनाडा लंबे समय से खालिस्तानी उग्रवाद का सामना कर रहा है, जो हिंसक रूप ले रहा है और हिंदू समुदाय की सुरक्षा को प्रभावित कर रहा है। खालिस्तानी समर्थक गुरपतवंत सिंह पन्नू, जो भारत विरोधी विचारधारा को बढ़ावा दे रहा है, लगातार भारतीयों और हिंदुओं के खिलाफ नफरत भरे भाषण और धमकियां दे रहा है।

 

पन्नू के कारण कनाडा में बसे हिंदुओं के भीतर एक डर का माहौल बन गया है। आर्या ने कहा, “कनाडा में किसी भी प्रकार का विदेशी हस्तक्षेप अस्वीकार्य है। खालिस्तानी उग्रवाद से उत्पन्न हो रही समस्याएं कनाडा की ही हैं, और इसे सुलझाने का काम हमारी सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों का है। हमें विदेशी सरकारों का हस्तक्षेप बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करना चाहिए।” राजनीतिक समर्थन और असंतोष: सांसद आर्या ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की चुप्पी पर सवाल उठाया और कहा कि खालिस्तानी चरमपंथियों को ट्रूडो सरकार से अप्रत्यक्ष समर्थन मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कनाडा में खालिस्तानी उग्रवाद के कारण हिंदू-Canadians का विश्वास टूट रहा है और वे अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

 

इस बीच, ट्रूडो की लिबरल पार्टी के अंदर भी असंतोष बढ़ रहा है। चार्लोटटाउन से सांसद शॉन केसी ने ट्रूडो से इस्तीफे की मांग की है, कहते हुए कि लोग अब उनसे थक चुके हैं। केसी के अलावा अन्य सांसद भी ट्रूडो के नेतृत्व पर सवाल उठा रहे हैं और पार्टी के भीतर नेतृत्व परिवर्तन की मांग हो रही है। खालिस्तानी उग्रवाद के खिलाफ कार्रवाई: आरसीएमपी के सहायक आयुक्त ब्रिगिट गोविन ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुष्टि की कि खालिस्तानी हिंसक उग्रवाद की जांच पर राष्ट्रीय टास्क फोर्स काम कर रही है।

 

RCMP प्रमुख माइकल डुहेम ने भी कहा कि यह एक गंभीर खतरा है और इसे कनाडा और भारत दोनों देशों द्वारा मिलकर सुलझाया जाना चाहिए। चंद्रा आर्या ने कनाडा में बसे हिंदू समुदाय से अपील की कि वे अपने अधिकारों और सुरक्षा के लिए आवाज़ उठाएं और राजनेताओं को इस मुद्दे पर जवाबदेह ठहराएं। उन्होंने कहा, “हम एक शिक्षित और सफल समुदाय हैं, और हमें अपने हितों की रक्षा के लिए एकजुट होना होगा।” इस घटनाक्रम के बाद से ट्रूडो सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है कि वह खालिस्तानी उग्रवाद पर ठोस कार्रवाई करे और हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करे।


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Content Writer

Tanuja

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