क्या कटहल खाने से हो सकता है नशा? केरल से चौंकाने वाला मामला आया सामने
punjabkesari.in Thursday, Jul 24, 2025 - 08:21 PM (IST)

नेशनल डेस्क : केरल के पठानमथिट्टा जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है, जहां तीन सरकारी बस ड्राइवरों को कटहल खाने के कारण ब्रेथलाइजर टेस्ट में नशे की रिपोर्ट मिलने से हड़कंप मच गया। तीनों ड्राइवरों ने साफ कहा कि उन्होंने शराब बिल्कुल भी नहीं पी थी, फिर भी उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। यह घटना पंडालम डिपो में हुई और अधिकारियों को भी इस मामले ने पूरी तरह उलझा दिया।
ड्राइवरों ने किया साफ इन्कार
ब्रैथलाइजर टेस्ट के बाद जब ड्राइवरों से बात की गई तो उन्होंने साफ तौर पर इनकार किया कि उन्होंने शराब का सेवन किया हो। इस बात पर अधिकारियों के सामने एक बड़ा सवाल था कि वे किस पर भरोसा करें—ब्रैथलाइजर की रिपोर्ट या ड्राइवरों की बात। इस दुविधा को खत्म करने के लिए अधिकारियों ने एक प्रयोग किया, जिसमें एक कर्मचारी ने वही कटहल खाया जो ड्राइवरों ने टेस्ट से पहले खाया था।
प्रयोग में भी आया ‘नशा’
हैरानी की बात यह रही कि उस कर्मचारी का ब्रेथलाइजर टेस्ट भी पॉजिटिव आया, यानी उसे भी नशे की स्थिति में पाया गया। इससे यह स्पष्ट हो गया कि तीनों ड्राइवर सचमुच निर्दोष थे और उनके शरीर में शराब नहीं थी। ड्राइवरों ने बताया कि उन्होंने यह कटहल कोल्लम जिले में सामान ढोते समय खरीदा था।
क्या कटहल खाने से होता है नशा?
इस घटना के बाद सवाल उठता है कि क्या कटहल खाने से नशा हो सकता है? विशेषज्ञों के अनुसार, कटहल की एक खास किस्म ‘थेनवरिका’ या ‘हनी कटहल’ नाम से जानी जाती है, जो बहुत मीठी होती है। इस प्रकार के ज्यादा पके कटहल में प्राकृतिक किण्वन (फर्मेंटेशन) के कारण इथेनॉल बन जाता है। यह इथेनॉल ब्रेथलाइजर मशीन को धोखा दे सकता है और गलत तरीके से नशा दर्शा सकता है, खासकर जब टेस्ट तुरंत पका हुआ कटहल खाने के बाद लिया जाए।
अन्य फलों का भी असर
विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि केवल कटहल ही नहीं, बल्कि कुछ अन्य फल जैसे केला, आम और ड्यूरियन भी ज्यादा पकने पर थोड़ी मात्रा में इथेनॉल उत्पन्न करते हैं। ये इथेनॉल ब्रेथलाइजर की रीडिंग को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे मशीन गलत रिपोर्ट दे सकती है।