कठुआ गैंगरेप मामलें में हुआ रोंगटे खड़े कर देने वाला खुलासा

punjabkesari.in Saturday, Apr 14, 2018 - 12:53 PM (IST)

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में इसी साल जनवरी को 8 साल की बच्ची के साथ हुई बर्बरता ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। वहीं अब इस मामलें में रोंगटे खड़े कर देने वाला वाला खुलासा हुआ है। इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड सांजी राम ने बताया कि आठ आरोपियों में से जिसने आसिफा के साथ सबसे ज्यादा बर्बता की उसकी उम्र महज 15 साल है। उसने बताया कि 10 जनवरी को लड़के ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर आसिफा को किडनैप किया और मंदिर ले जाने से पहले उसका रेप किया। पुलिस ने अपनी चार्जशीट में बताया कि दोनों ने चार दिन तक कई बार बच्ची के साथ दुष्कर्म किया और फिर अपने कजन को फोन किया है कि वो भी आए और अपनी हवस शांत करे। उसके बाद 13 जनवरी को आरोपियों ने आसिफा की हत्या कर दी।

क्या हुआ था आसिफा के साथ
आपको बतां दे कि 10 जनवरी को जम्मू कश्मीर के लसाना गांव से बच्ची लापता हो गई थी। लापता होने के 7 दिन बाद बच्ची का शव जंगल से बरामद किया गया। सरकार ने ये मामला 23 जनवरी को क्राइम ब्रांच को सौप दिया था. जिसके बाद इस केस में एसपीओ को गिरफ्तार किया गया था। अब तक इस केस में करीब 8 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इनमें 2 स्पेशल पुलिस ऑफिसर, एक हेड कॉन्सटेबल, एक सब इंस्पेक्टर, एक कठुआ निवासी और एक नाबालिग शामिल है। चार्जशीट के मुताबिक बच्ची को जनवरी में एक हफ्ते तक कठुआ जिला स्थित एक गांव के एक मंदिर में बंधक बना कर रखा गया था और उसके साथ छह लोगों ने बलात्कार किया था। 

 इंसाफ दिलाने के लिए समर्थन में आए लोग
कठुआ का यह मामला भले ही तीन महीने पुराना है लेकिन यह जनता के सामने तब आया जब चार्जशीट दर्ज कराने जा रही जांच टीम को अदालत के बाहर वकीलों ने रोक लिया। पिछले दो दिनों में सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में लोग आसिफा को इंसाफ दिलाने के समर्थन में आए हैं। ऑनलाइन पेटिशन वेबसाइट चेंज डॉट ऑर्ग पर एक याचिका डाली गई है, जिस पर एक दिन में ही तीन लाख से ज्यादा लोग ऑनलाइन हस्ताक्षर कर चुके हैं।


पिता का छलका दर्द
एक अखबार से बातचीत करते हुए 35 साल के पिता ने रोते हुए कहा उन्हें  बदला लेना ही था तो वे किसी और से लेते, एक निर्दोष बच्ची ने क्या बिगाड़ा था। उस नन्ही सी जान को तो ये तक नहीं पता था कि उसका दायां हाथ कौन है और बायां हाथ कौन-सा है,कभी उसने ये नहीं समझा कि हिंदू क्या होता है और मुसलमान क्या होता है। उनके तीन बच्चे थे जिनमें से आसिफा सबसे छोटी थी। दो बेटे है एक सक्षा 11वीं और छठी क्लास में  पढ़तें हैं। बच्चे पढऩे के लिए पास के गांव में जाते थे। आसिफा को उन्होंने अपनी बहन से गोद लिया था। नम आखों के साथ पितने ने आगे कहा कि बच्ची सारी वक्त अपनी मां के साथ रहती थी और जब मैंन बाहर जाता था तो वो भी मेरे साथ बाहर जाने के लिए जिद्द करती थी।


 


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Anil dev

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