जम्मू के कालेजों में कश्मीरी भाषा को शुरू करने पर डोगरी संस्था नाराज

punjabkesari.in Wednesday, Jul 19, 2017 - 12:44 PM (IST)

जम्मू: सरकार द्वारा जम्मू के कालेजों में कश्मीरी भाषा को शुरू किए जाने पर डोगरी संस्था नाराज हो गई है। संस्था का आरोप है कि जम्मू के कालेजों में सह प्राफेसरों के 49 पद निकाले गए हैं और यह कश्मीरी भाषा के प्रचार के लिए है। उन्होंने कहा कि इससे डोगरा भूमि पर डोगरी के साथ भेदभाव करने की सरकार कोशिशें कर रही है। यह भी आरोप है कि सरकार यह सोची समझी चाल के तहत कर रही है क्योंकि सरकार विश्व स्तर पर सह प्रभाव जमाना चाहती है कि जम्मू कश्मीर में सिर्फ कश्मीरी भाषा ही बोली जाती है।


प्रेस क्लब जम्मू में पत्रकारों से बात करते हुए डोगरी संस्था के प्रधान छत्रपाल ने कहा कि यह सिर्फ जम्मू के कालेजों में कश्मीरी भाषा को पढ़ाने का विषय नहीं है बल्कि यह डोगरा पहचान और डोगरी भाषा पर हमला है और आगे चलकर इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने कहा कि दुख की बात है कि यह सब डोगरा नेताओं की नाक के तले हो रहा है। यह भी नेता है जिन्हें डोगरों ने वोट देकर सत्ता में पहुंचाया है।
डोगरी संस्था के सदस्य प्रो ललीत मगोत्रा ने कहा कि सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि किस उद्देश्य के तहत वो जम्मू के कालेजों में कश्मीरी भाषा को शुरू करने जा रही है। उन्होंने कहा कि किस पैमाने पर सरकार ने इतनी सारी कश्मीरी प्रोफेसरों की पोस्अें निकाली हैं यह बात साफ होनी चाहिए।

 


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