शिकारीपुरा में येदियुरप्पा के ‘घटते प्रभाव’ पर चर्चा

punjabkesari.in Tuesday, May 01, 2018 - 04:19 PM (IST)

शिवामोगा: कर्नाटक में चुनाव की तारीख नजदीक आने पर लोग अपने पसंदीदा पार्टी उम्मीदवारों की चर्चा में मशगूल हैं जबकि कई लोग भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार बी. एस. येदियुरप्पा को इस चुनाव में ‘‘ दरकिनार ’’ किए जाने के बारे में चर्चा कर रहे हैं।  कड़ी धूप में खड़े 45 वर्षीय शांतप्पा शिकारीपुरा जाने के लिए बस का इंतजार कर रहे हैं। बहरहाल , इतनी तेज गर्मी भी उन्हें अपने साथी यात्रियों के साथ आगामी राज्य विधानसभा चुनावों के बारे में चर्चा करने से रोक नहीं सकी।  अपने माथे से पसीना पोंछते हुए वह कहते हैं , ‘‘ ऐसा लगता है कि हमारे नेता ( येदियुरप्पा ) को दरकिनार कर दिया गया है। इन चुनावों में वह अपने स्वाभाविक रूप में नहीं हैं ... मैंने सुना है कि वह अधिकतर रैलियों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ स्टेज पर नहीं होते हैं। ’’ उनके सहयात्री रूद्रप्पा किसान हैं। वह कहते हैं कि भाजपा के केंद्रीय नेता भाषा की बाधा के कारण लोगों से नहीं जुड़ पा रहे हैं।  वह कहते हैं , ‘‘ एक दिन मेरे एक रिश्तेदार उत्तर कर्नाटक में एक रैली में गए थे लेकिन वह निराश होकर लौट गए क्योंकि वह ङ्क्षहदी में भाषण नहीं समझ पाए। ’’ 

एक अन्य यात्री भाजपा समर्थक केशव बीच में कहते हैं कि ऐसा ही कांग्रेस के साथ भी है।  वह तर्क देते हैं कि कन्नडिगा कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी और पार्टी के अन्य केंद्रीय नेताओं के साथ नहीं जुड़ सकते हैं।  पहचान उजागर नहीं होने का आग्रह करते हुए बस चालक ने कहा कि राजनीतिक रैलियां महज ‘‘ राजनीतिक चालबाजियां ’’ हैं। वह कहते हैं , ‘‘ लोगों से कहा जाता है कि ‘ मोदी मोदी ’ और ‘ राहुल राहुल ’ के नारे लगाओ। ये सब राजनीतिक चोचलेबाजी है। ’’ चालक ने कहा , ‘‘ येदियुरप्पा कद्दावर नेता हैं और वह जानते हैं कि चुनाव कैसे जीता जाता है। येदियुरप्पा जन नेता हैं। भाजपा प्रमुख अमित शाह ने कहा है कि पार्टी महत्वपूर्ण है न कि व्यक्ति। यह कर्नाटक में नहीं चलेगा। ’’ एक वकील ने कहा कि भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार सत्तारूढ़ सरकार द्वारा लगाए जा रहे आरोपों का करारा जवाब नहीं दे पा रहे हैं।      


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Anil dev

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