ट्यूमर से जंग लड़कर जीता ब्यूटी क्वीन का खिताब, जानिए संघर्ष की कहानी

punjabkesari.in Wednesday, May 02, 2018 - 07:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कहते हैं कि मंजिल उन्हे ही मिलती है जिनके सपनों में जान होती है। इसे साबित कर दिखाया 31 साल की सोनिया ने जिसने अपने हौंसलों को कभी कम नहीं होने दिया एवं कोशिश करते हुए हर मुश्किलों का सामना कर आगे बढ़ती रही और कमियाबी की उड़ान भरी। ब्रेन ट्यूमर जैसी बीमारी से पीड़ित सोनिया ने आज अपने जज्बे के दम पर कर्नाटक ब्यूटी क्वीन का खिताब हासिल कर लिया है। आज वह लाखों लोगों के लिए प्रेरणा बन गई है। 
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बैंगलुरु की रहनी वाली सोनिया सिंह की जिंदगी में 2013 में तब तूफान आया जब उसे पता चला कि उसके दिमाग में मेडॉलरी सिस्टिक ट्यूमर है। वह उस वक्त तीन महीने की बच्ची की मां भी थीं। वह कुछ देर बाद ठीक से चलने और बात करने में असमर्थ हो गई। ट्यूमर को हटाने के लिए की गई सर्जरी के बाद वह करीब दो साल तक बिस्तर पर रही। लेकिन सोनिया ने अपनी बीमारी को कमजोरी नहीं बनने दिया और हर चरण में खुद को मजबूत बनाती रही। 
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सोनिया ने हाल ही में मिस कर्नाटक का ताज जीत लिया है। उन्होंने अपने संघर्ष का जिक्र करते हुए बताया कि बीते पांच साल के हर दिन उसके लिए चुनौती के समान थे। उसके लिए ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हिस्सा लेना आसान नहीं था। कई घंटों तक खड़े होने की वजह से पैरों में सूजन आ जाता था। ब्रेन्स अस्पताल के डॉ वेंकट रमणा के अनुसार सोनिया का ट्यूमर ब्रेन के उस हिस्से में था जिसे सर्जरी कर निकालना काफी मुश्किल था, ज्यादातर लोगों को इस बिमारी की जानकारी मिलती है तो वे डिप्रेशन में चले जाते हैं। लेकिन सोनिया ने सिर्फ बहादुरी से इसका सामना किया ईलाज के बाद वह पूरी तरह से ठीक हो गई। 
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सोनिया पहले एयर होस्टेस थी लेकिन बीमारी के बाद वह मोटिवेशनल स्पीकर बन गई। उन्होंने बताया कि वह अपने पैरों पर खड़ा होना चाहती थी। उन्होंने अपना व्यवसाय शुरू करने का फैसला किया और सैलून खोला। सोनिया ने मिस इंडिया कर्नाटक के लिए इस साल मार्च में रजिस्ट्रेशन किया। जिसके बाद उन्होंने इंडिया कर्नाटक कन्जीनीऐलटी 2018 का खिताब अपने नाम कर लिया। 
 


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vasudha

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