कंगना को राजनीति में नहीं आ रहा मजा, बोली - 'सैलरी भी है कम, लाखों में होता है खर्चा'
punjabkesari.in Friday, Jul 11, 2025 - 02:53 PM (IST)

नेशनल डेस्क : बॉलीवुड की 'क्वीन' कही जाने वाली कंगना रनौत ने एक्टिंग की दुनिया में अपनी खास पहचान बनाने के बाद अब राजनीति में कदम रखा है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में कंगना ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के टिकट पर हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से जीत हासिल की थी और सांसद बनीं। हालांकि, अब ऐसा लग रहा है कि कंगना राजनीति की दुनिया में खुद को सहज महसूस नहीं कर रहीं।
सरकारी सैलरी को बताया ‘असंतोषजनक’
टाइम्स नाउ को दिए एक इंटरव्यू में कंगना ने अपनी सांसद की सैलरी को लेकर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, "मैं हमेशा कहती हूं कि राजनीति एक बहुत महंगा शौक है।" जब उनसे “शौक” जैसे शब्द के इस्तेमाल पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "अगर आप ईमानदार हैं, तो सांसद की भूमिका को प्रोफेशन के रूप में नहीं ले सकते, क्योंकि इस काम से आपको नौकरी जैसी आमदनी नहीं होती।"
उन्होंने आगे कहा कि, "हमें जो वेतन मिलता है, उसमें से कुक और ड्राइवर की तनख्वाह देने के बाद हमारे पास केवल 50-60 हजार रुपये ही बचते हैं।" जानकारी के अनुसार, एक सांसद को भारत सरकार की ओर से करीब 1.24 लाख रुपये का मासिक वेतन मिलता है।
"खर्च लाखों में होता है"
कंगना ने बताया कि अपने लोकसभा क्षेत्र मंडी में कहीं भी यात्रा करने पर लाखों रुपये का खर्च आता है। "हर जगह कम से कम 300-400 किलोमीटर दूर होती है, ऐसे में जब आप स्टाफ के साथ कार से यात्रा करते हैं तो खर्च लाखों में पहुंच जाता है। यह सच में बहुत महंगा शौक है। बहुत से सांसदों का बिजनेस होता है, वे वकील के तौर पर काम करते हैं।" उन्होंने कहा कि "जो लोग मुझसे पहले संसद में आए, जैसे जावेद अख्तर जी, वे भी अपने प्रोफेशन से जुड़े रहे। आपको राजनीति के साथ काम करना होता है।"
“राजनीति में मजा नहीं आ रहा”- कंगना
कुछ दिन पहले भी कंगना ने कहा था कि उन्हें राजनीति में मजा नहीं आ रहा है। उन्होंने बताया कि "लोग मेरे पास टूटी नालियों और सड़कों की शिकायतें लेकर आते हैं, जबकि सोशल वर्क मेरा बैकग्राउंड नहीं है।" बात करें कंगना के फिल्मों की तो उनकी आखिरी रिलीज़ फिल्म ‘इमरजेंसी’ थी। वहीं, उनकी अपकमिंग फिल्मों में ‘तनु वेड्स मनु 3’, ‘इमली’ और ‘भारत भाग्य विधाता’ जैसे प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।