ऑफ द रिकॉर्डः जॉनसन का भारत दौरा फिर कोरोना के फेर में, पुणे व मुंबई शायद नहीं जा पाएं

punjabkesari.in Wednesday, Apr 07, 2021 - 02:19 AM (IST)

नई दिल्लीः भारत और विशेष रूप से महाराष्ट्र में कोरोना मामलों में अचानक बढ़ौतरी तथा पॉजिटिव होने की दर 14 प्रतिशत तक पहुंचने से ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन का पुणे और मुंबई में होने वाला दौरा असमंजस में फंस गया है। जॉनसन का भारत दौरा 26-27 अप्रैल के आसपास तय है और वह इस दौरान पुणे, मुंबई, बेंगलुरु व चेन्नई भी जाना चाहते थे।

चेन्नई को छोड़कर इन बाकी शहरों में हालात चिंताजनक हैं। जॉनसन पुणे स्थित सीरम इंस्टीच्यूट ऑफ इंडिया की दुनिया की सबसे बड़े टीका निर्माण फैक्टरी जाने के इच्छुक हैं। सीरम इंस्टीच्यूट ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड वैक्सीन का उत्पादन कर रहा है तथा यहीं से यह टीका दुनियाभर के देशों को भेजा जा रहा है। ब्रिटिश अधिकारी चाहते हैं कि जॉनसन पुणे जा पाएं इसलिए वे भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं।

यह दूसरी बार है जब ब्रिटिश प्रधानमंत्री जॉनसन भारत आना चाहते हैं। इससे पहले 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह में उन्हें मुख्य अतिथि बनाया गया था परंतु उनके अपने देश ब्रिटेन में कोरोना की नई लहर से हमला बोल दिया था जिससे उन्हें अपना भारत दौरा रद्द करना पड़ा था।

जॉनसन का अप्रैल दौरा ब्रिटेन में कोरोना के हालात सुधरने तथा यह सोचकर तय किया गया था कि भारत में कोरोना की नई लहर नहीं आएगी। अपनी इच्छा कुछ और है, हरि इच्छा कुछ और। जॉनसन पुणे जाने की इच्छा रखते हैं लेकिन महाराष्ट्र इन्हीं दिनों कोरोना की दूसरी लहर के हमले का सामना कर रहा है। पुणे और मुंबई उन जिलों में हैं जहां देश में सबसे अधिक कोरोना मामले सामने आए हैं। राज्य में अब नाइट कर्फ्यू और कहीं-कहीं लॉकडाऊन भी लगाया गया है।

ब्रिटेन में चाहे कोरोना को नियंत्रित कर लिया गया है लेकिन भारत में इससे हालात गंभीर हो गए हैं। यहां तक कि दिल्ली में नाइट कफ्र्यू लागू कर दिया गया है। ब्रिटेन इस बार जी-7 का अध्यक्ष है तथा उसने भारत को इसके शीर्ष सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शीर्ष सम्मेलन के लिए ब्रिटेन जाएंगे।     


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Pardeep

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