2026 में किन नौकरियों की रहेगी बहार और किस सेक्टर में छाएंगे संकट के बादल, जानें
punjabkesari.in Wednesday, Dec 10, 2025 - 02:13 PM (IST)
नेशनल डेस्क : साल 2026 तकनीकी बदलावों, AI ऑटोमेशन, वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों और नई स्किल्स की बढ़ती मांग के बीच रोजगार की तस्वीर को बड़े स्तर पर बदलने जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ सेक्टर ऐसे होंगे जहां अभूतपूर्व अवसर पैदा होंगे, जबकि कई पारंपरिक नौकरियों पर दबाव बढ़ेगा। आइए जानते हैं, 2026 में किन क्षेत्रों में करियर की रफ्तार तेज़ होगी और किन भूमिकाओं पर खतरे के बादल मंडरा सकते हैं।
तेजी से उभरते सेक्टर — जहां बढ़ेगी नौकरी और कमाई
1. AI, मशीन लर्निंग और डेटा साइंस प्रोफेशनल्स
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का दायरा तेजी से विस्तृत हो रहा है और लगभग हर उद्योग इसके उपयोग की ओर बढ़ रहा है। आने वाले वर्ष में AI इंजीनियर, डेटा साइंटिस्ट, प्रॉम्प्ट इंजीनियर और AI ट्रेनर जैसी भूमिकाओं की मांग उल्लेखनीय रूप से बढ़ेगी। अनुमान है कि इन प्रोफेशनल्स की सैलरी में 30 से 60 प्रतिशत तक उछाल देखने को मिल सकता है।
2. साइबर सिक्योरिटी विशेषज्ञ
AI के विस्तार के साथ साइबर हमलों की जटिलता भी बढ़ेगी। इसके चलते कंपनियां डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता दे रही हैं। ऐसे में एथिकल हैकर, सिक्योरिटी एनालिस्ट, क्लाउड सिक्योरिटी इंजीनियर जैसे प्रोफाइल की मांग लगातार बढ़ने की संभावना है।
3. हेल्थकेयर और मेडिकल सेक्टर
बढ़ती उम्र वाली जनसंख्या और टेक-इनेबल्ड मेडिकल सिस्टम के कारण स्वास्थ्य सेवाओं में बड़े स्तर पर अवसर बनेंगे। डॉक्टर, नर्स, मेडिकल टेक्नीशियन और फार्मा रिसर्च विशेषज्ञों की जरूरत और बढ़ेगी। साथ ही, टेलिमेडिसिन जैसे नए क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
4. डिजिटल कंटेंट, क्रिएटिव इंडस्ट्री और इन्फ्लुएंसर्स
डिजिटल मीडिया के विस्तार के चलते वीडियो कंटेंट, रील्स, पॉडकास्ट और ऑनलाइन विज्ञापन में भारी वृद्धि जारी रहेगी। वीडियो एडिटिंग, कंटेंट क्रिएशन, सोशल मीडिया मैनेजमेंट जैसे क्रिएटिव प्रोफाइल्स के लिए 2026 बेहद अनुकूल माना जा रहा है।
5. ग्रीन एनर्जी और ईवी सेक्टर
क्लीन एनर्जी पर बढ़ते वैश्विक फोकस के बीच सोलर, विंड और इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग में जोरदार विस्तार जारी रहेगा। EV टेक्नीशियन, बैटरी इंजीनियर और सोलर एनर्जी विशेषज्ञों के लिए रोजगार और कमाई दोनों के अवसर मजबूत होने वाले हैं।
6. स्किल्ड ट्रेड्स
इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, मेकैनिक जैसी स्किल आधारित नौकरियों पर AI का प्रभाव लगभग न के बराबर है। इन क्षेत्रों में मांग लगातार बढ़ रही है और भविष्य में भी इनकी जरूरत बनी रहेगी।
7. हेल्थकेयर वर्कर्स
डॉक्टरों, नर्सों, फिजियोथेरैपिस्ट और मेडिकल टेक्नीशियन्स की मांग में 2026 में और तेजी आएगी। उम्रदराज आबादी में वृद्धि और टेक आधारित हेल्थ सर्विसेज़ के विस्तार का सीधा असर रोजगार पर पड़ेगा।
वे सेक्टर जहां 2026 में नौकरी पर बढ़ेगा खतरा
1. लो-स्किल और रिपिटेटिव जॉब्स
AI और ऑटोमेशन सबसे पहले उन भूमिकाओं को प्रभावित कर रहे हैं जिनमें दोहराव ज्यादा होता है। डेटा एंट्री, कस्टमर सपोर्ट, अकाउंटिंग क्लर्क, कॉल सेंटर एजेंट और बेसिक ग्राफिक डिजाइन जैसी नौकरियों में 30 से 50 प्रतिशत तक कटौती की आशंका जताई जा रही है।
2. रिटेल और कैशियर जॉब्स
सेल्फ-चेकआउट सिस्टम, डिजिटल पेमेंट्स और ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म के बढ़ते उपयोग से कैशियर और रिटेल सेल्स असिस्टेंट जैसी नौकरियों की मांग लगातार कम हो रही है।
3. ट्रैवल और होटल सेक्टर की लो-स्किल नौकरियां
AI चैटबॉट्स, डिजिटल कियोस्क और रोबोटिक सेवाओं के चलते फ्रंट डेस्क और बेसिक सर्विस स्टाफ की जरूरत घटेगी। इससे हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की कई एंट्री-लेवल भूमिकाएं प्रभावित होंगी।
4. बेसिक आईटी सपोर्ट और सॉफ्टवेयर टेस्टिंग
AI अब बेसिक कोड जनरेशन, सॉफ्टवेयर टेस्टिंग और सिस्टम मॉनिटरिंग में तेजी से उपयोग हो रहा है। यह बदलाव जूनियर आईटी सपोर्ट और टेस्टिंग नौकरियों पर दबाव बना सकता है।
5. मीडिया, प्रिंट और पारंपरिक ब्रॉडकास्ट
डिजिटल मीडिया के विस्तार से प्रिंट रिपोर्टर, कैमरा पर्सन और पारंपरिक एडिटिंग रूम से जुड़ी नौकरियों पर संकट बढ़ता दिख रहा है। डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की ओर तेजी से शिफ्ट होने से पारंपरिक मीडिया में कटौती की संभावना है।
2026 में सुरक्षित कैसे रहें?
टेक और AI के साथ चलने वाले नए कौशलों को सीखना जरूरी होगा।
एक ही स्किल पर निर्भर रहने से जोखिम बढ़ सकता है, इसलिए मल्टी-स्किल्ड होना फायदेमंद रहेगा।
डिजिटल कौशल और क्रिएटिव क्षमताओं का संयोजन करियर को सुरक्षित रखने में मदद करेगा।
लगातार अपस्किलिंग और रेस्किलिंग ही भविष्य की मांगों के अनुरूप बनाए रखेगी।
