फिर आ सकती है महामारी... भारत पर आने वाले हैं ये बड़े संकट, साल 2026 की इस भविष्यवाणी ने बढ़ाई चिंता
punjabkesari.in Sunday, Nov 30, 2025 - 04:11 PM (IST)
नेशनल डेस्क : हिंदू पंचांग के अनुसार वर्ष 2026 का नववर्ष 19 मार्च से शुरू होगा। यह विक्रम संवत 2083 होगा, जिसे रौद्र संवत्सर कहा जा रहा है। ज्योतिषीय मान्यताओं के आधार पर इस संवत्सर को चुनौतीपूर्ण और उथल-पुथल से भरा बताया जा रहा है।
वैश्विक स्तर पर आशंका
ज्योतिषियों के अनुसार रौद्र संवत्सर दुनिया में कई गंभीर परिस्थितियों को जन्म दे सकता है। मौसम में बड़े बदलाव, ज्वालामुखी विस्फोट, युद्ध जैसी स्थितियां, हिंसा और शक्तिशाली भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं की संभावनाएं व्यक्त की गई हैं।
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ग्रह स्थिति और प्रभाव
नववर्ष के राजा भले ही गुरु (बृहस्पति) रहेंगे, लेकिन उनकी अतिचारी अवस्था अशांति बढ़ा सकती है। मंगल, जो 2025 के मंत्री हैं, क्रूर ग्रहों के साथ योग बनाते हुए विध्वंसकारी प्रभाव दे सकते हैं। शनि भी गुरु की राशि मीन में गोचर कर रहे हैं, जिससे प्रतिकूल परिस्थितियां बढ़ने की आशंका है।
भारत पर संभावित प्रभाव
भविष्यवाणियों के अनुसार वर्ष 2026 भारत के लिए भी चुनौतीपूर्ण रह सकता है। राजनीति में बड़े परिवर्तन, प्रमुख राज्यों में विरोध या संकट, प्रदूषण में वृद्धि और प्राकृतिक आपदाओं के संकेत मिल रहे हैं। कुछ महीनों में भूकंप या अन्य आपदाओं की संभावना भी जताई गई है।
युद्ध और महामारी की चेतावनी
ज्योतिषीय गणनाओं में 2026 में मंगल की स्थिति बड़े युद्ध की स्थिति पैदा कर सकती है, और यदि युद्ध एक बार शुरू हुआ तो वह 2027 तक चलेगा। साथ ही, ग्रह-गोचर संकेत देते हैं कि जून–जुलाई 2026 में किसी महामारी या संक्रमण के रूप में स्वास्थ्य संकट दोबारा उभर सकता है। इन ज्योतिषीय भविष्यवाणियों के अनुसार 2026 कई स्तरों पर चुनौतीपूर्ण हो सकता है, हालांकि वैज्ञानिक दृष्टि से इन दावों की पुष्टि आवश्यक है।
