जेके बैंक को पीएसयू में बदलने का मकसद बीमा योजना में सीबीआई से बचना था : संजय सराफ
punjabkesari.in Friday, Dec 07, 2018 - 11:57 AM (IST)
श्रीनगर : राज्यपाल के नेतृत्व वाली प्रशासन से राज्य में युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने के लिए निगमों को ऋण प्रदान का आग्रह करते हुए लोक जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और युवा अध्यक्ष संजय सराफ ने कहा कि जम्मू कश्मीर बैंक को पीएसयू में बदलने के फैसले का मकसद समूह मेडिक्लेम स्वास्वथ्य बीमा योजना को लेकर धोखाधड़ी में जांच से बचना था। कश्मीर प्रेस क्लब में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए संजय सराफ ने कहा कि नैशनल कांफ्रैंस (नैकां) के अध्यक्ष डॉ फारुक अब्दुल्ला द्वारा किए गए दावे आंखों को धोखा देने के सिवा कुछ नहीं हैं और उनके भाषणों पर किसी को भी ध्यान नहीं देना चाहिए। डॉ फारुक कभी भी उनके बयानों पर खड़े नहीं रहे हैं। उन्होनें जो कल पत्रकारों को बताया, उन्हें अपनी ईमानदारी साबित करने के लिए इस तरह का बयान सार्वजनिक तौर पर पहले देना चाहिए था।
बता दें कि बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री और नैकां अध्यक्ष डॉ फारुक ने कहा कि जम्मू कश्मीर बैंक को पी.एस.यू. में बदलने का डिजाइन राज्य में मुख्यमंत्री के रुप में उनके कार्यकाल के दौरान से पाइपलाइन में था। हालांकि, सराफ ने कहा कि नैकां अध्यक्ष को इन दावों को सार्वजनिक रुप से तब करना चाहिए था जब उनको लगा कि नई दिल्ली जे.के. बैंक को लेने की कोशिश कर रही है। किसी को भी उनके दावों पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
सराफ ने कहा कि राज्यपाल के नेतृत्व वाली प्रशासन को इस तरह के विवादास्पद फैसलों को लिए जाने के बजाय घाटी में निगमों को ऋण प्रदान करके लोगों को दिलों को जीतना चाहिए ताकि युवाओं को प्रोत्साहित और उनको रोजगार प्रदान किया जा सके। उन्होंने कहा कि घाटी में रोजगार पैदा करने की आवश्यकता है क्योंकि युवा योग्यता के बावजूद युवा अभी भी बेरोजगार हैं।