जयललिता निधनः वकील का आरोप, अपोलो अस्पताल और स्‍वास्‍थ्‍य सचिव ने इलाज में रची साजिश

punjabkesari.in Sunday, Dec 30, 2018 - 02:53 PM (IST)

चेन्नईः तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन मामले में नयाा मोड़ आ गया है। जयललिता के निधन की जांच कर रहे पैनल के वकील ने तमिलनाडु के स्‍वास्‍थ्‍य सचिव जे राधाकृष्णन और अपोलो अस्पताल पर दिवंगत मुख्‍यमंत्री के इलाज में मिलीभगत और साजिश रचने का आरोप लगाया है। वकील मोहम्‍मद जफरउल्‍लाह खान ने पूर्व चीफ सेक्रटरी रामा मोहन राव पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्‍होंने जानबूझकर गलत सबूत पेश किए। वकील ने कार्डियोथोरेसिक सर्जन के बयान की एक लाइन के आधार पर यह निष्‍कर्ष निकालते हुए कहा कि अपोलो में जयललिता का ठीक से इलाज नहीं किया गया था। 
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अस्पताल ने दी सफाई
जयललिता के निधन की जांच कर रहे आयोग से अपोलो अस्पताल ने अनुरोध कर कहा कि इस मामले में किसी नतीजे पर पहुंचने के लिएये वह भारी भरकम चिकित्सा दस्तावेजों के निरीक्षण के लिए विशेषज्ञों की मदद ले। डॉक्टरों के बयान दर्ज करने के दौरान चिकित्सा शब्दावली की गलतियों का जिक्र करते हुए अस्पताल ने न्यायमूर्ति ए अरुमुगास्वामी आयोग से चिकित्सकों का एक विशेषज्ञ पैनल बनाने का भी अनुरोध किया। चिकित्सकों समेत गवाहों के बयान आयोग द्वारा तमिल में दर्ज किए गए थे।
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अस्पताल ने कहा कि त्रुटियों में एक बैक्टीरिया ‘‘इंटरोकोक्कस’’ को आयोग द्वारा ‘‘इंडोकार्डाइटिस’’ (अंतर्हृदकला और हृदय के वाल्व में सूजन) के तौर पर दर्ज किया गया है। आयोग के समक्ष अस्पताल का पक्ष रख रहीं वकील मैमूना बादशाह ने कहा, ‘‘...जहां तक चिकित्सा शब्दावली का सवाल है उसमें कई गलतियां हैं। अंग्रेजी से शब्दावली का तमिल में अनुवाद बड़ी चुनौती साबित होने जा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि बयानों में गलतियां बड़ी चीज है और इससे मायने पूरी तरह बदल जाते हैं। याचिका में इन गलतियों को रेखांकित किया गया है।

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Seema Sharma

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