मौत से ठीक 10 मिनट पहले राहुल भट्ट ने घरवालों से की थी बात, पत्नी ने कहा- ''कल राहुल की बारी थी, अब किसी और की बारी होगी''
punjabkesari.in Friday, May 13, 2022 - 12:17 PM (IST)
नेशनल डेस्क: मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में बृहस्पतिवार को एक कश्मीरी पंडित कर्मचारी की आतंकवादियों ने सरकारी दफ्तर में गोली मारकर हत्या कर दी। उसके बाद उनके घर पर शोक जताने वालों का तांता लग गया। मृतक के शव का इंतजार कर रहे परिजनों और रिश्तेदारों ने इस घटना की जांच की मांग की है। आतंकवादियों ने चडूरा शहर में तहसील कार्यालय के भीतर राहुल भट नामक क्लर्क की गोली मारकर हत्या कर दी।
भट को प्रवासियों के लिए विशेष नियोजन पैकेज के तहत 2010-11 में सरकारी नौकरी मिली थी। मृतक के पिता बिटा भट ने जम्मू के बाहरी इलाके में दुर्गानगर स्थित अपने आवास पर कहा कि उनके बेटे का शव तुरंत वापस किया जाना चाहिए और इस हत्या में शामिल अपराधियों की पहचान करने के लिए जांच के आदेश दिए जाएं।
वहीं दूसरी तरफ, मृतक राहुल भट्ट की पत्नी मीनाक्षी ने एक न्यूज चैनल से कहा कि कश्मीरी पंडित सेफ नहीं है। आतंकियों को दहशत फैलाना है, इसलिए वे कश्मीरी पंडितों को टारगेट कर रहे हैं। सरकार को भी हमारी फिक्र नहीं है। हमें बलि का बकरा बनाया जा रहा है। सरकार सुरक्षा के बारे में नहीं सोच रही।
मीनाक्षी ने बताया कि राहुल भट्ट की तैनाती पहले बडगाम डीसी ऑफिस में थी। दो साल पहले उनका ट्रांसफर चडूरा में कर दिया गया। हालांकि, राहुल भट्ट लगातार ट्रांसफर करने की बात कह रहे थे,लेकिन डीसी बडगाम और एसीआर ने इसे नहीं माना। मीनाक्षी ने बताया कि जब कश्मीर में दो टीचर्स की हत्या हुई थी, इसके बाद भी राहुल ने सुरक्षा की बात कहकर ट्रांसफर मांगा था, लेकिन उनका ट्रांसफर नहीं किया गया।
मीनाक्षी ने कहा, आतंकी सरकार की जिद का बदला हमसे ले रहे हैं। राहुल के हत्यारों को दो दिन में मारो। उन्होंने बताया कि आर्मी ने कहा है कि हम दो दिन में आतंकियों को घसीट कर मारेंगे, लेकिन ये लोग पहले ही इन आतंकियों को क्यों नहीं मारते, सिक्योरिटी क्यों नहीं रखते, अब जब मेरे पति की हत्या कर दी गई, अब आतंकियों को मारेंगे।
मीनाक्षी ने कहा कि तहसील में सुरक्षा होती तो मेरे पति की जान बच जाती। उन्होंने बताया कि पति से 10 मिनट पहले ही बात हुई थी, कहा था जल्दी आना बर्थडे में चलना है। उन्होंने कहा था, ठीक है आता हूं ।उन्होंने कहा कि घाटी में कश्मीरी पंडित सेफ नहीं हैं, कल राहुल की बारी थी, अब किसी और की बारी होगी।