2019 में अब तक सेना ने मार गिराए 140 आतंकी, मौका मिलते ही होती है घुसपैठ की कोशिश

punjabkesari.in Saturday, Oct 05, 2019 - 09:24 AM (IST)

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एल.ओ.सी.) पर पाकिस्तान की ओर से संघर्ष विराम का उल्लंघन इस साल के 9 महीनों के दौरान पांच सालों में सबसे ज्यादा रहा। भारतीय सेना के आंकड़ों के अनुसार पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर में 2 अक्तूबर तक 2,225 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया, जिसका मतलब है कि इस अवधि के दौरान उसने एक दिन में औसतन 8 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया। 

PunjabKesari

आंकड़ों के मुताबिक इसकी तुलना में 2018 में पूरे वर्ष के दौरान पाकिस्तान द्वारा संघर्ष विराम उल्लंघन की कुल संख्या 1,629 थी। रक्षा अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान ने इस साल फरवरी में बालाकोट हवाई हमलों के बाद संघर्ष विराम उल्लंघन बढ़ा दिया व फिर अगस्त में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा निरस्त करने के बाद संघर्ष विराम का उल्लंघन और तेज कर दिया। सेना के आंकड़ों के अनुसार 2018 में पूरे वर्ष के दौरान 318 के मुकाबले 2 अक्तूबर तक एल.ओ.सी. के पास और जम्मू-कश्मीर के भीतरी इलाकों में 123 आतंकवादी घटनाएं हुई हैं। सेना ने 2018 में 254 और 2017 में 213 के मुकाबले इस साल 2 अक्तूबर तक 140 आतंकवादियों को मार गिराया है।  

PunjabKesari
 

रक्षा अधिकारी ने कहा कि संघर्ष विराम उल्लंघन के ज्यादातर मामले पाकिस्तान द्वारा जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ करवाने की कोशिशों से जुड़े हैं। खुफिया रिपोर्ट्स से पता चला है कि पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तोयबा के आतंकवादियों को नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ के लिए मौका मिलने पर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करवाने की कोशिश की जाती है। सेना के अनुसार भारत ने हर संघर्ष विराम उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब दिया है। एल.ओ.सी. पर भारतीय चौकियों पर बॉर्डर एक्शन टीम (बैट) के हमलों को अंजाम देने की पाकिस्तान की कोशिशें भी हुई हैं।  

PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Edited By

Anil dev

Recommended News

Related News