यह मास्टरमाइंड रुपयों के गद्दे पर सोता था, पत्नी के हाथों खुलते थे बायोमैट्रिक लॉक!

punjabkesari.in Monday, Dec 21, 2015 - 02:47 PM (IST)

इंदौर: देश के चर्चित व्यापमं घोटाले में आरोपी पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा रविवार को जेल से रिहा हो गए। वहीं इस केस के मास्टरमाइंड के घर से पुलिस को छापे के दौरान हैरान कर देने वाली चीजें बरामद हुई थी। दरअसल, इंदौर पुलिस ने इस केस के मास्टरमाइंड जगदीश सागर के घर में छापे के दौरान पुलिस को 13 लाख रुपए कैश मिले थे।

रुपयों को उसने खास तरह से बनवाए गद्दे में छिपाकर रखा था, जिस पर वह सोया करता था। पैसों के अलावा बेडरूम से नोट गिनने की मशीन, 40 तोले से ज़्यादा के हीरों के गहने, डिजाइनर तलवारें, विदेशी बंदूक, एयरगन जैसी चीजें भी मिली थीं। वहीं जगदीश सागर ने हर कमरे में बायोमैट्रिक लॉक लगवा रखा था, जो सिर्फ उसके या पत्नी के फिंगर प्रिंट से ही खुलता था। बता दें कि डॉ.जगदीश सागर को जुलाई, 2013 में गिरफ्तार किया था। 

फर्जीवाड़ा कर सागर ने अपने परिवार के 28 लोगों को डॉक्टर बनाया था, जिनमें उसकी पत्नी सुनीता भी शामिल है। एक अनुमान के मुताबिक, 15 साल में डॉ. सागर ने मप्र के मेडिकल कालेजों में एक हजार से भी ज़्यादा फर्जी एडमिशन करवाए थे। डॉ. जगदीश सागर पहले तो खुद पैसा देकर डॉक्टर बना और बाद में उसे ही अपना धंधा बना लिया। पुलिस को जांच में यह भी पता चला था कि सागर ने अपने और अपनी पत्नी सुनीता के नाम पर कुल 8 पैनकार्ड बनवा रखे थे, जिनका उपयोग यह अलग-अलग बैंकों से लोन लेने में करता था। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News