राममंदिर: गर्भगृह में स्थापित हुई 1.5 क्विंटल सोने से बनी अनोखी रामायण, हर पृष्ठ पर चढ़ी है 24 कैरेट सोने की परत

punjabkesari.in Wednesday, Apr 10, 2024 - 04:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अयोध्या के राम मंदिर में भक्त अब रामलला के साथ- साथ अनोखी रामायण के भी दर्शन कर सकेंगे। इस अनोखी रामायण को पूरे विधि विधान के साथ गर्भ गृह में स्थापित कर दिया है। ये खास रामायण मध्य प्रदेश कैडर के पूर्व आईएएस सुब्रमण्यम लक्ष्मीनारायणन और उनकी पत्नी सरस्वती ने राम मंदिर ट्रस्ट को भेंट की है।

PunjabKesari

चेन्नई के मशहूर ज्वेलर्स ने किया निर्माण- 

ये रामायण चेन्नई के प्रसिद्ध वुममिडी बंगारू ज्वेलर्स ने बनाई है। गर्भगृह में इसे रामलला की मूर्ति से केवल 15 फीट की दूरी पर एक पत्थर के आसन पर रखा है। इसके शीर्ष पर चांदी से बना राम का पट्टाभिषेक है। रामायण की स्थापना के समय राम मंदिर निर्माण के प्रभारी गोपाल राव, पुजारी प्रेमचंद त्रिपाठी सहित अन्य मौजूद रहे।

प्रत्येक पृष्ठ पर चढ़ी 24 कैरेट सोने की परत- 
इस विशेष प्रतिकृति का प्रत्येक पृष्ठ तांबे से बना 14 गुणे 12 इंच आकार का है। इस महाकाव्य के प्रत्येक पेज पर सोने के की 24 कैरेट की परत चढी है। गोल्डन प्रतिकृति में लगभग 480-500 पेज हैं और यह 151 किलोग्राम तांबे और 3-4 किलोग्राम सोने के प्रयोग से बनाई गई है। धातु से बनी इस रामायण का वजन 1.5 क्विंटल से ज़्यादा है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Radhika

Recommended News

Related News