इजराइल को मालदीव के प्रतिबंधों पर आया गुस्सा, अपने नागरिकों से कहा- जहां PM मोदी गए वो भी वहीं जाएं"

punjabkesari.in Tuesday, Jun 04, 2024 - 02:23 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः 2 जून को अपने खूबसूरत समुद्र तटों और लक्जरी रिसॉर्ट्स के लिए मशहूर मालदीव द्वारा यहूदी देश इजराइल के नागरिकों के द्वीप राष्ट्र में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के बाद इजराइल ने कड़ा जवाब दिया है। इजराइल ने अपने नागरिकों को सलाह दी कि इसके बदले में वे भारत में वहीं जाएं जहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गए । इजराइल का इशारा  लक्षद्वीप की तरफ था। इजराइल ने कहा कि वे केरल, गोवा और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारतीय समुद्र तटों पर पर्यटन को बढ़ावा दें ।

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इजराइली दूतावास ने 3 जून को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भारतीय समुद्र तटों की तस्वीरें साझा करते हुए एक पोस्ट में कहा, "चूंकि मालदीव अब इजरायलियों का स्वागत नहीं कर रहा है, इसलिए यहां कुछ खूबसूरत और अद्भुत भारतीय समुद्र तट हैं जहां इजरायली पर्यटकों का गर्मजोशी से स्वागत किया जाता है और उनके साथ बेहतरीन आतिथ्य सत्कार किया जाता है।" इजरायल ने नागरिकों को सलाह दी है कि मालदीव का बहिष्कार करते हुए हिन्द महासागर में ही भारत के उन द्वीपों का भ्रमण करें, जहां पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जा चुके हैं। 

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बता दें कि मालदीव सरकार ने इजराइली पासपोर्ट धारकों को हिंद महासागर द्वीपसमूह में प्रवेश करने से प्रतिबंधित करने के लिए कानूनों में संशोधन करने का रविवार को फैसला किया। यह फैसला गाजा पर इजराइली सेना द्वारा किए गए हमलों को लेकर मालदीव में बढ़ते जनाक्रोश के बीच लिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार राष्ट्रपति कार्यालय में एक आपातकालीन प्रेस वार्ता में गृह मंत्री अली इहुसन ने इस फैसले की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘‘मंत्रिमंडल ने इजराइली पासपोर्ट पर मालदीव में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए आवश्यक कानूनी संशोधन जल्द से जल्द करने का आज फैसला किया।’’

 

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मालदीव में हर साल दस लाख से अधिक पर्यटक आते हैं। इसमें इजराइल से लगभग 15,000 पर्यटक शामिल हैं। मंत्रिमंडल ने उन क्षेत्रों की पहचान करने के लिए एक विशेष दूत नियुक्त करने का भी फैसला किया है, जिनमें फलस्तीन को मालदीव से सहायता की आवश्यकता है। गौरतलब है कि इसी साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब लक्षद्वीप के दौरे पर गए थे, तब मालदीव ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया था।मालदीव के युवा कार्य मंत्रालय के तीन उप-मंत्रियों ने पीएम मोदी की लक्षद्वीप यात्रा को मालदीव के पर्यटन के लिए एक खतरा के रूप में बताया था प्रधानमंत्री मोदी पर नकारात्मक टिप्पणियां की थीं। मालदीव के इस रुख से ना केवल दोनों देशों के बीच रिश्तों में कड़वाहट आ गई थी बल्कि भारतीयों ने मालदीव बहिष्कार का अभियान चलाया था और वहां जा रहे पर्यटकों ने अपनी यात्रा रद्द कर दी थी। इससे मालदीव को भारी आर्थिक संकट झेलना पड़ा था। मालदीव को पर्यटक भेजने के लिए तब चीन से गुहार लगानी पड़ी थी।


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Content Writer

Tanuja

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