UN में नेतन्याहू बोले- ईरान व इराक मिडिल ईस्ट के लिए श्राप, खास नक्शे दिखाते ही इजराइली PM का भाषण छोड़ चले गए कई देशों के नेता
punjabkesari.in Saturday, Sep 28, 2024 - 01:03 PM (IST)
International Desk: इजराइल (Israel) और लेबनान(Lebanon) के बीच जारी टकराव के बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Israeli PM Netanyahu) ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) को संबोधित किया। अपने भाषण के दौरान नेतन्याहू ने दो नक्शे दिखाते हुए मिडिल ईस्ट में भविष्य की संभावनाओं और खतरों की ओर इशारा किया। हालाँकि, उनका भाषण शुरू होते ही कई देशों के प्रतिनिधि असेंबली से उठकर चले गए। नेतन्याहू ने कहा कि वे UNGA में भाषण नहीं देना चाहते थे, लेकिन इजराइल के खिलाफ फैलाए जा रहे झूठ ने उन्हें मजबूर किया। उन्होंने पहले नक्शे में इजराइल और उसके साथी अरब देशों को एशिया और यूरोप को जोड़ने वाला भविष्य बताया, जबकि दूसरे नक्शे में ईरान, इराक, सीरिया और यमन को काले रंग में रंग कर "आतंक का श्राप" करार दिया। उन्होंने कहा, "यह नक्शा मिडिल ईस्ट का भविष्य है, एक तरफ उम्मीद है और दूसरी तरफ अंधकार।" उन्होंने कहा कि ईरान-इराक (Iran-Iraq) मिडिल ईस्ट के लिए श्राप है।
UN में नेतन्याहू के भाषण की मुख्य बातें
- नेतन्याहू ने कहा, "इजराइल शांति चाहता है, और हमने शांति स्थापित करने की कोशिश की है।
- पिछले साल हमने सऊदी अरब के साथ ऐतिहासिक शांति समझौता करने की कगार पर थे, लेकिन हमास के हमले ने इसे रोक दिया।"
- उन्होंने कहा, "हमास और हिजबुल्लाह जैसे आतंकी संगठनों ने न केवल इजराइल को बल्कि पूरी दुनिया को नुकसान पहुंचाया है।
- लादेन के बाद हिजबुल्लाह ने सबसे ज्यादा अमेरिकी और फ्रांसीसी नागरिकों की जान ली है।
- अगर ईरान ने इजराइल पर हमला किया, तो हम पूरी ताकत से जवाब देंगे।
- "आतंक का श्राप"
- नेतन्याहू ने कहा-हम गाजा को हमास के हवाले नहीं करेंगे, यह नाजियों को फिर से सत्ता सौंपने जैसा होगा।
- हमने हमास की 24 बटालियनों में से 23 को खत्म कर दिया है।
- हमास ने बच्चों को जिंदा जलाया, महिलाओं से रेप किया, और परिवारों को मार डाला।
- हिजबुल्लाह अस्पतालों और स्कूलों से रॉकेट दाग रहा है, हमने उनके 10 हजार रॉकेट तबाह कर दिए हैं।
बता दें कि इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच पिछले एक साल से जारी तनाव ने हाल ही में एक बार फिर जोर पकड़ा है। 17 सितंबर को लेबनान में हुए पेजर अटैक और अगले दिन हुए विस्फोटों के बाद दोनों देशों में संघर्ष बढ़ गया। इजराइल ने लेबनान में 'नॉर्दर्न एरोज' नामक ऑपरेशन के तहत मिसाइल हमले तेज कर दिए हैं।अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइली हमलों में अब तक 620 से अधिक लोग मारे गए हैं और 5 लाख से ज्यादा लोगों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है। 23 सितंबर को इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने हिजबुल्लाह के 1600 ठिकानों पर हमला करते हुए 10 हजार से अधिक रॉकेट बर्बाद करने का दावा किया।