Rabies: क्या सिर्फ कुत्ते के काटने से होता है खतरा? जानें RABV वायरस कैसे फैलता और शरीर में कौन से लक्षण नजर आते हैं

punjabkesari.in Sunday, Sep 28, 2025 - 06:21 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हर साल 28 सितंबर को विश्व रेबीज दिवस मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों में रेबीज के प्रति जागरूकता फैलाना और इससे बचाव के उपाय बताना है। आम धारणा है कि केवल कुत्ते के काटने पर ही रेबीज होता है, लेकिन यह सच नहीं है। दरअसल, रेबीज RABV वायरस से फैलने वाला गंभीर संक्रमण है, जो इंसानों के लिए खतरनाक हो सकता है।

रेबीज कैसे फैलता है:
रेबीज वायरस संक्रमित जानवर के काटने, नोचने, खरोंचने या थूक के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। यह वायरस घाव, आंख, नाक और मुंह के म्यूकस मेम्ब्रेंस के संपर्क में आने पर भी फैल सकता है। केवल कुत्ते ही नहीं, बल्कि रैकून, चमगादड़, बिल्ली, भेड़-बकरी जैसी जानवरों के काटने या खरोंच से भी इंसानों में रेबीज फैल सकता है।

रेबीज के लक्षण:
रेबीज वायरस दिमाग तक पहुँचने पर न्यूरोलॉजिकल लक्षण उत्पन्न करता है। शुरुआती लक्षणों में शामिल हैं:
➤ बुखार और लगातार थकान
➤ काटे गए हिस्से पर जलन, खुजली और दर्द
➤ गले में खराश और खांसी
➤ मसल्स में दर्द, जी मिचलाना और उल्टी
➤ दस्त लगना

जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है:
मांसपेशियों में झनझनाहट और सीजर
➤ अत्यधिक गुस्सा और अस्थिर व्यवहार
➤ तेज दिल की धड़कन और साँसों की तेजी
➤ पानी से डर लगना (हाइड्रोफोबिया)
➤ मुंह में अधिक लार का बनना

जानवर काटे या खरोंचे तो क्या करें:
यदि किसी जानवर ने काटा या खरोंचा हो तो तुरंत घाव को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएँ। इसके बाद तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और आवश्यक वैक्सीन लगवाएँ।

रेबीज से बचाव:
पालतू जानवरों को समय-समय पर वैक्सीन लगवाएँ।
➤ किसी असामान्य व्यवहार वाले जानवर से दूरी बनाएं और पशु नियंत्रण विभाग को सूचित करें।
➤ काटने या खरोंच लगने पर तुरंत चिकित्सकीय मदद लें।


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Content Editor

Mansa Devi

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