शरीर में दिखाई दें ये लक्षण तो कमजोर हो रहे आपके फेफड़े, वक्त रहते हो जाएं सावधान
punjabkesari.in Thursday, Dec 04, 2025 - 09:28 PM (IST)
नेशनल डेस्क : देशभर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है और इस स्थिति में फेफड़ों की देखभाल करना हर व्यक्ति के लिए बेहद जरूरी हो गया है। विशेषज्ञों के अनुसार, जब फेफड़े कमजोर होने लगते हैं, तो शरीर में कुछ विशेष लक्षण दिखाई देने लगते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरे का कारण बन सकता है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि समय पर सही सावधानियां और चेकअप न करने पर फेफड़ों की समस्याएं गंभीर और स्थायी रूप ले सकती हैं।
खांसी का लक्षण
खांसी को अक्सर लोग मामूली समस्या मान लेते हैं, लेकिन अगर खांसी आठ हफ्तों से अधिक समय तक बनी रहती है, तो यह फेफड़ों से जुड़ी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इसके अलावा लगातार बलगम बनना, और खांसते समय खून आना जैसे लक्षण भी फेफड़ों की कमजोरी का साफ संकेत हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की खांसी को हल्के में लेना आपकी सेहत के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है।
सीने में दर्द
सीने में दर्द महसूस होने पर लोग अक्सर इसे हल्के में लेते हैं और इसे गैस या एसिडिटी समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। हालांकि, यह लक्षण भी फेफड़ों से जुड़ी किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। इसके साथ ही फेफड़ों में बार-बार संक्रमण होना, ब्रोंकाइटिस या निमोनिया जैसी बीमारियों का होना भी लंग हेल्थ के लिए चेतावनी है। ऐसे लक्षणों को नजरअंदाज करना फेफड़ों के डैमेज को बढ़ा सकता है।
सांस लेने में दिक्कत
सांस लेने में तकलीफ होना भी फेफड़ों की कमजोरी का प्रमुख संकेत है। इसके अलावा, सांस लेते समय सीटी जैसी आवाज़ आना भी चेतावनी का संकेत है। अगर यह लक्षण एक साथ दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराना आवश्यक है। विशेषज्ञों का कहना है कि फेफड़ों की समस्याओं को समय पर पहचानकर इलाज शुरू करना बेहद महत्वपूर्ण है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि प्रदूषण और धूल-मिट्टी के बढ़ते स्तर के कारण फेफड़ों पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इस वजह से सुरक्षा मास्क का इस्तेमाल, धूल भरे वातावरण से बचाव, स्वच्छ और हवादार जगह पर रहना जैसी सावधानियां बहुत जरूरी हैं। इसके अलावा, फेफड़ों के लिए सही खान-पान, हाइड्रेशन, और नियमित फिजिकल एक्टिविटी भी लाभकारी साबित होती है।
