ईरानी धर्मगुरु ने अलापा ''कश्मीर राग, कहा-कश्मीरियों का साथ दें देशभर के मुस्लिम
punjabkesari.in Tuesday, Jun 27, 2017 - 12:10 PM (IST)
नई दिल्लीः ईद-उल-फितर के मौके पर नमाज के दौरान ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने कश्मीर राग अलापा। उन्होंने तानाशाहों के खिलाफ कश्मीरी जनता' का साथ देने की अपील की। रमजान के पवित्र महीने के आखिरी दिन पर ईरान की राजधानी तेहरान के ग्रेट मुसल्ला मैदान में नमाज के बाद अयातुल्ला ने ट्वीट किया कि 'मुस्लिम देशों को बहरीन, कश्मीर, यमन जैसे देशों और वहां रहने वाले लोगों का खुलकर समर्थन करना चाहिए और उन शोषकों व तानाशाहों को अलग-थलग कर देना चाहिए जिन्होंने रमजान के दौरान लोगों पर हमला किया।'
Muslim world should openly support people of #Bahrain, #Kashmir, #Yemen, etc and repudiate oppressors& tyrants who attacked ppl in #Ramadan.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) June 26, 2017
अयातुल्ला का बयान ऐसे समय में आया है जब कश्मीर में हिंसा और विरोध प्रदर्शनों को दौर जारी है। भारत और ईरान के बीच पारंपरिक तौर पर काफी दोस्ताना रिश्ते रहे हैं। ऐसे में खामेनेई द्वारा कश्मीर का जिक्र करना, इसे मुस्लिम देशों के बीच एक मुद्दा बनाने की कोशिश करना और अप्रत्यक्ष तौर पर भारत को 'उत्पीड़क' कहना सरकार को बिल्कुल रास नहीं आएगा। इससे पहले भी एक बार अयातुल्ला ने कश्मीर को अफगानिस्तान और पाकिस्तान के जैसा देश बताया था। भारत ने इस बयान पर सख्त आपत्ति जताते हुए इसका विरोध किया था।
Issues surrounding #Bahrain, #Yemen and various issues in other Muslim countries wound the Islamic body as a whole.
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) June 26, 2017
बता दें कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात भी की। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ईरान के मुखर आलोचक रहे हैं तो अयातुल्ला के बयान को उनकी नाराजगी के साथ भी जोड़कर देखा जा रहा है। दूसरा जुनैद की हत्या के बाद मुस्लमानों ने काली पट्टी बांधकर नमाज अता की थी। अज्ञात लोगों ने चलती ट्रेन में चाकू से गोदकर जुनैद को मौत के घाट उतार दिया था। अयातुल्ला के बयान को भी इससे जोड़कर देखा जा रहा है।